मुंबई। करिश्माई स्टार ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन ने मुंबई टेस्ट के 5वें दिन सोमवार को इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की उस सयम बोलती बंद कर दी जब आखिरी बल्लेबाज के रूप में मैदान पर आए एंडरसन की अश्विन से कुछ कहा-सुनी हो गई। आदिल राशिद का विकेट गिरने के बाद मैदान पर पहुंचे जेम्स एंडरसन और अश्विन के बीच कुछ कहा-सुनी हुई।
अश्विन एंडरसन के साथ-साथ चलते हुए क्रीज तक पहुंचे। इसी दौरान दोनों में कुछ बात होती रही। शायद विवार को एंडरसन ने मैच के बाद कप्तान विराट की पारी को लेकर कहा था कि घरेलू पिचों पर विराट की कमियां छिप जाती हैं। एंडरसन का यह बयान भारतीय खिलाड़ियों को नागवार गुजरा था।
नौवां विकेट गिरने के बाद एंडरसन जैसे ही बल्लेबाजी को क्रीज पर आए तो अश्विन ने उनसे कुछ कहा। इसके बाद विराट कोहली ने भी एंडरसन से कुछ बात की। इस बहस के बीच दोनों अंपायरों ने भी दखल दिया और बीच-बचाव किया। कप्तान विराट कोहली भी आगे आए और उन्होंने मामले को शांत किया। अश्विन ने इस बहस के बाद उस समय बड़बोले एंडरसन की बोलती बंद कर दी, जब उन्होंने एंडरसन (2) को उमेश यादव के हाथों कैच करा दिया।
मैच के बाद जब कप्तान विराट कोहली से बहस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पहली बार मैं मैदान पर जब जेम्स एंडरसन शामिल थे तब माहौल को शांत करने की कोशिश कर रहा था। चौथे दिन मैच के बाद एंडरसन ने संवाददाता सम्मेलन में जो कुछ कहा उससे अश्विन खुश नहीं था। अश्विन ने मुझे भी इस बारे में मैदान में बताया। मुझे तो पता भी नहीं था। मेरी समझ में नहीं आया इस पर क्या किया जाए।
विराट ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे हंसी आ रही थी, लेकिन अश्विन खुश नहीं था और उसने उन्हें (एंडरसन) को सुना दिया। अश्विन ने गलत शब्द नहीं कहे। उसे तथ्यों की बात कही। उसने जेम्स से कहा कि हार को स्वीकारना जरूरी है। हम हार को पूरी तरह से स्वीकारते हैं। हमने कभी शिकायत नहीं की।
एंडरसन ने मैच के चौथे दिन संवाददाता सम्मेलन में विराट के बारे में कहा था कि मुझे नहीं लगता कि उनमें (विराट में) बदलाव आया है। मुझे सिर्फ इतना लगता है कि उनके अंदर जो तकनीकी खामियां हैं, वे घरेलू पिचों नजर नहीं आ रही हैं। विकेटों ने इसे समीकरण से बाहर कर दिया है। विकेट में इतनी गति नहीं है कि गेंद बल्ले का किनारा ले जैसा कि हमनें इंग्लैंड में कुछ अधिक मूवमेंट के साथ उनके खिलाफ किया था।
30 वर्षीय ऑफ स्पिनर अश्विन ने इस मैच में 167 रनों पर कुल 12 विकेट झटके, जो वानखेड़े मैदान पर सर्वश्रेष्ठ भारतीय प्रदर्शन और ओवरऑल दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने 24वीं बार 1 पारी में 5 विकेट हासिल किए और पूर्व कप्तान कपिल देव (23 बार) को पीछे छोड़ दिया। अब तक 43 टेस्ट मैच खेल चुके अश्विन ने 7वीं बार अपने करियर में 1 टेस्ट में 10 विकेट हासिल किए हैं। इस सीरीज में अब तक वह कुल 27 विकेट झटक चुके हैं। (वार्ता)