सिडनी। स्पिन के जादूगर रहे ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज शेन वॉर्न सिर्फ विवादों के लिए ही कुख्यात नहीं है बल्कि उनके सीने में भी छोटा सा दिल धड़कता है। वॉर्न कितने संवेदनशील हैं इसका सबूत हाल ही में मिला, जब ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भयावह आग से निपटने में योगदान करने में वे भी आगे आए हैं। उन्होंने अपनी 'बैगी ग्रीन कैप' नीलामी में रखी, जिसकी बोली भारतीय रुपयों में लगभग 4 करोड़ 85 लाख रुपए पर पहुंच गई है।
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भयानक आग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इस आग में करोड़ों जानवर मौत के मुंह में समा गए हैं। पानी की किल्लत के कारण ऑस्ट्रेलिया ने 10 हजार ऊंटों को मौत की नींद सुला दिया है। इस आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। आग बुझाने के जतन चल रहे हैं।
जंगलों में लगी आग की वजह से ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था को 31 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के 200 जगह जंगल में लगी है आग। आग को बुझाने के लिए हेलिकॉप्टर का सहारा लिया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग की तबाही ने शेन वॉर्न के दिल को भी पिघला दिया है। इस भयावह आग ने लगभग 4 माह में 25 लोगों के साथ ही 48 करोड़ जानवरों की जान ले ली। यही कारण है कि उन्होंने ऑनलाइन नीलामी में 'बैगी ग्रीन कैप' को अपने ऑटोग्राफ वाले प्रमाण पत्र के साथ भेजा है। इस नीलामी में जो भी राशि आएगी, वह बुशफायर अपील (Bushfire Appeal) के लिए दान में दे दी जाएगी।
टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) के बाद 708 विकेट लेकर वॉर्न सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने अपनी प्रिय 'बैगी ग्रीन कैप' को नीलामी में रखा। इस नीलामी में 2 घंटे में ही 6 लाख डॉलर की रिकॉर्ड बोली लग गई।
इस बोली ने ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमेन को भी पीछे छोड़ दिया, जिनकी 'बैगी ग्रीन कैप' जनवरी 2003 में 4 लाख 25 हजार ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 3 करोड़ 6 लाख रुपए) में बिकी थी।
यही नहीं, उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को काफी पीछे धकेल दिया। धोनी ने 2011 में जिस बल्ले से वर्ल्डकप के फाइनल में छक्का जमाया था, वह बल्ला 1 लाख यूरो (79 लाख) में बिका था।