नई दिल्ली। विराट कोहली के करिश्माई नेतृत्व में लगातार 6ठी सीरीज जीत चुकी टीम इंडिया जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्टों की सीरीज का पहला मैच खेलने पुणे उतरेगी तो उसकी नजर सिल्वर जुबली पर लगी होंगी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्टों की सीरीज 23 फरवरी से शुरू होने जा रही है जिसका पहला टेस्ट पुणे में खेला जाना है। विश्व की नंबर 1 टीम भारत और नंबर 2 टीम ऑस्ट्रेलिया के बीच 1947 से अब तक 90 टेस्ट खेले जा चुके हैं जिनमें भारत ने 24 जीते हैं, 40 हारे हैं, 1 टाई रहा है और 25 ड्रॉ खेले हैं।
कप्तान विराट भारत को इस सीरीज में 1 टेस्ट में जीत दिलाते ही भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की सिल्वर जुबली पूरी कर देंगे। विराट बांग्लादेश के खिलाफ हाल में हैदराबाद में एकमात्र टेस्ट 208 रन के बड़े अंतर से जीतने के बाद देश के तीसरे सबसे सफल कप्तान बन चुके हैं। विराट की कप्तानी में भारत की 23 मैचों में यह 15वीं जीत थी जिसकी बदौलत उन्होंने मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया।
विराट से आगे अब सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी हैं जिनके नाम क्रमश 21 और 27 जीत हैं। विराट ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया का अपराजेय क्रम 19 मैच पहुंचा दिया है और वे पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के 18 टेस्टों में अपराजित रहने के रिकॉर्ड से कहीं आगे निकल चुके हैं। विराट इस सीरीज में अपने इस रिकॉर्ड को मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट संबंधों की शुरुआत 1947-48 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे से हुई थी और तब भारत 5 टेस्टों की सीरीज 4-0 से हार गया था। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत के लिए 1979-80 तक इंतजार करना पड़ा था, जब ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में 6 टेस्टों की सीरीज 2-0 से हारी थी।
दोनों देशों के बीच सीरीज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नाम 1996-97 की सीरीज में दिया गया था तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत में एकमात्र टेस्ट गंवाया था। बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी रखे जाने के बाद से दोनों देशों के बीच 12 सीरीज हो चुकी हैं जिनमें भारत ने दबदबा बनाते हुए 6 सीरीज अपने नाम की हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान 5 सीरीज जीती हैं जबकि 2003-04 की सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थीं।
ऑस्ट्रेलिया ने 2012-13 में जब भारत का दौरा किया था तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 4 मैचों की सीरीज में 4-0 से धो दिया था, हालांकि धोनी को 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा था और तब विराट भारतीय टेस्ट कप्तान बने थे। भारत ने उस दौरे में 4 टेस्टों की सीरीज 2-0 से गंवाई थी।
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार भारतीय जमीन पर 2004-05 की सीरीज में टेस्ट सीरीज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया वह सीरीज 2-1 से जीतने के बाद फिर 3 अगले भारतीय दौरों में 1 भी टेस्ट नहीं जीत पाया है और इस दौरान उसे 8 टेस्ट दौरों में हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस रिकॉर्ड को बदलने के इरादे से भारतीय जमीन पर आई है लेकिन उसके लिए यह काम आसान नहीं होगा, क्योंकि भारत ने विराट की कप्तानी में लंका को 2-1 से, दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से, वेस्टइंडीज को 2-0 से, न्यूजीलैंड को 3-0 से, इंग्लैंड को 4-0 से और बांग्लादेश को 1-0 से हराया है।
इस दौरे में सीरीज का परिणाम चाहे कुछ भी रहे लेकिन ऑस्ट्रेलिया एक कीर्तिमान अवश्य बना देगा। ऑस्ट्रेलिया सीरीज के 4 टेस्ट खेलने के साथ ही टेस्ट इतिहास में 800 टेस्ट खेलने वाला दूसरा देश बन जाएगा। इससे पहले यह उपलब्धि क्रिकेट के जन्मदाता इंग्लैंड (983) को ही हासिल है।
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 797 टेस्टों में सर्वाधिक 376 टेस्ट जीते हैं, 213 हारे हैं, 2 टाई खेले हैं और 206 ड्रॉ रखे हैं। दूसरी ओर भारत को देखा जाए तो भारत ने 508 टेस्ट खेले हैं, 137 जीते हैं, 157 हारे हैं, 1 टाई खेला है और 213 ड्रॉ खेला है। (वार्ता)