भारत और इंग्लैंड की सीरीज विवादों के बिना चल रही थी लेकिन कल एक बड़ा मामला इस सीरीज में सामने आया। दरअसल एक वीडियो ट्विटर पर वायरल हुआ जिसमें अंग्रेज गेंदबाज पैर से गेंद को खराब करते हुए दिखे। इस वाक्ये को देखकर पूर्व क्रिकेटकर वीरेंद्र सहवाग और थोड़े समय उनके साथ सलामी बल्लेबाजी कर चुके आकाश चोपड़ा ने इसकी आलोचना की है। (फोट सौजन्य-ट्विटर)
पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग जिन्होंने लॉर्ड्स पर एक बार 84 रनों की पारी खेली थी उन्होंने ट्विटर पर इस घटना का फोटो डालकर कहा कि यह क्या हो रहा है। यह बॉल टैंपरिंग है या फिर कोविड के दौरान निवारक उपाय।
इसके बाद मशहूर कमेंटेटर और पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इसको बॉल टैंपरिंग यानि कि गेंद से छेड़छाड़ करार दिया।
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि इंग्लैंड के दो खिलाड़ी अपनी स्पाइक (जूते) से गेंद को खराब कर रहे हैं। इस वीडियो के मुताबिक कल 3 विकेट ले चुके मार्क वुड और सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स इस मामले में शामिल है।
पिंडलियों की चोट के कारण भारत और इंग्लैंड सीरीज से बाहर हो चुके इंग्लैंड के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने इस मसले पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मार्क वुड गेंद को किक करते है और गेंद को रोकने की जगह बर्न्स गलती से गेंद अपने जूत के नीचे ले लेते हैं। पूरा वीडियो देखने पर ही मामला समझ में आएगा।
गेंद के आकार से किसी भी तौर की छेड़छाड़ बॉल टैंपरिंग के दायरे में आती है। गेंद की सीम पर जमी मिट्टी को भी हटाने का खिलाड़ियों को अधिकार नहीं है वह इसे अंपायर से साफ करवाते हैं। यही नहीं अगर गेंद का कोई हिस्सा जैसे लाल कवर अलग हो रहा हो तो खिलाड़ी उसको खुद तोड़ नहीं सकते। इसे अंपायर के पास ले जाना पड़ता है और वह कैंची से इसे अलग करते हैं ताकि गेंद के वजन में फर्क ना पड़े।
स्टीव स्मिथ और वॉर्नर झेल चुके हैं 1 साल का बैन
स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका में बॉल टैंपरिंग के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1 साल का प्रतिबंध झेल चुके हैं। यह वाक्या 2018 में दक्षिण अफ्रीका के दौरान एक टेस्ट में हुआ था। अब देखना होगा इस वाक्ये को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड कितनी गंभीरता से लेता है।
यही नहीं इमानदारी की मिसाल राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों पर भी गेंद से छेड़छाड़ के आरोप लग चुके हैं। एक दौर था जब हर महीने पाकिस्तानी गेंदबाज इस आरोप की चपेट में आता था। (वेबदुनिया डेस्क)