नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा पर उपजे तनाव के चलते दुनिया के सबसे धनवान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को चीनी मोबाइल कंपनी वीवो को आईपीएल (IPL) के टाइटल प्रायोजक से हटाकर 440 करोड़ रुपए का घाटा सहना मंजूर हो गया है।
इस साल आईपीएल के 13वें संस्करण में बीसीसीआई ने वीवो के साथ अपना करार निलंबित करने का ऐलान कर दिया है। बीसीसीआई ने मात्र एक लाइन का बयान जारी कर यह जानकारी दी। इस साल आईपीएल का आयोजन 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक संयुक्त अरब अमीरात में होना है।
बीसीसीआई ने एक लाइन का बयान जारी कर कहा कि भारतीय बोर्ड और वीवो मोबाइल इंडिया प्रा. लिमि. ने फैसला किया है कि 2020 में आईपीएल के लिए उनकी साझेदारी को निलंबित कर दिया जाए। भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के चलते बीसीसीआई को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
48 घंटे पहले ही यह खबर आ गई थी कि आईपीएल की टाइटल प्रायोजक चीन की मोबाइल कंपनी वीवो भारत में उठे कड़े विरोध स्वर के बाद आईपीएल के 2020 सत्र में टाइटल प्रायोजन से हट गई है। हालांकि तब बीसीसीआई और वीवो ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की थी लेकिन आज यह करार 2020 के लिए निलंबित होने की आधिकारिक पुष्टि हो गई है।
इससे पहले आईपीएल की संचालन परिषद रविवार को बताया था कि वीवो सहित उसके सभी प्रायोजकों को बरकरार रखा गया है लेकिन इसके बाद देश में विरोध के स्वर उठे कि कैसे बीसीसीआई एक चीनी कंपनी को आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बनाएरख सकती है जबकि सीमा पर चीन के साथ तनाव में भारतीय सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इसके बाद देश में चीनी सामानों और कंपनियों के बहिष्कार की मांग उठ गई थी।
बीसीसीआई ने फिलहाल 1 साल तक के लिए करार निलंबित करने की घोषणा की है लेकिन उसने यह नहीं बताया है कि वीवो आईपीएल के टाइटल प्रायोजक के रूप में अगले सत्रों में लौट सकती है या नहीं। वीवो ने 2017 में पांच साल (2018-2022) के लिए आईपीएल टाइटल प्रायोजन का करार 2199 करोड़ रुपएमें जीता था । बीसीसीआई को एक सत्र में वीवो से 440 करोड़ रुपए मिलते हैं।
जून में भारत और चीन के बीच राजनीतिक तनाव के बाद बीसीसीआई ने कहा था कि आईपीएल से सम्बंधित प्रायोजन करार की समीक्षा करेगा लेकिन भारतीय बोर्ड ने किसी ब्रांड का नाम नहीं लिया था।
रविवार को आईपीएल की संचालन परिषद की बैठक के बाद बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बयान जारी कर कहा था कि आईपीएल 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक यूएई में खेला जाएगा और वीवो इसका टाइटल प्रायोजक होगा। लेकिन इस घोषणा के बाद बीसीसीआई को राजनेताओं, संगठनों, ट्रेड यूनियनों और सोशल मीडिया पर कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था। भारत सरकार ने 59 चीनी मोबाइल एप्लीकेशंस को पहले ही प्रतिबंधित कर दिया था।
बीसीसीआई की रविवार की घोषणा के नीचे सचिव जय शाह का नाम था लेकिन गुरुवार को जारी की गई विज्ञप्ति में किसी भी अधिकारी का नाम नहीं है और एक लाइन के बयान के नीचे आईपीएल लिखा हुआ है।
वीवो ने 2015 में दो वर्ष के लिए आईपीएल का टाइटल प्रायोजन हासिल किया था और फिर उसे 2017 में पांच साल के लिए बरकरार रखा था, जो अब 2020 के लिए निलंबित हो गया है। बीसीसीआई की कुछ कंपनियों से बात चल रही है जो एक साल के करार के लिए इच्छुक हैं।