कोलकाता। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार अपनी पहली स्थिति रिपोर्ट तैयार कर ली है जिसमें उसने स्पष्ट तौर पर जिक्र किया है कि पहली समय-सीमा के अंतर्गत दिए गए 11 सुधारों में दस का पालन नहीं करने का मामला बनता है।
केवल एक सुधार जिसे स्वीकार किया गया वह‘दिव्यांग क्रिकेटरों के लिए पुस्तिका’ था जिसे बीसीसीआई ने जारी किया था और वह पहली समय-सीमा में आठवें नंबर पर था। उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार समय-सीमा के दो सेट दिए गए थे और सीओए ने पाया कि राज्य संघों ने इनमें से किसी का भी पालन नहीं किया। सीओए रिपोर्ट में कहा गया है कि 9 अगस्त 2016 को पहली समय-सीमा में दिए गए 11 प्वाइंट का पालन नहीं किया। इसे 30 सितंबर 2016 तक पूरा किया जाना चाहिए था। (भाषा)