भारत के लिए ट्रेविस हेड के बाद एक और बाएं हाथ का सलामी बल्लेबाज सिरदर्द बन रहा है। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने भारत दौरे पर अपने आक्रामक अंदाज की बल्लेबाजी यानि की बैजबॉल के दर्शन करवाए थे लेकिन वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए थे। लीड्स में वह दोनों पारियों में बड़ा स्कोर करने वाले इकलौते अंग्रेज बल्लेबाज थे। उन्होंने पहली पारी में 62 रन तो दूसरी पारी में 149 रन बनाए थे। पहली पारी में वह बुमराह द्वारा बोल्ड हुए तो दूसरी पारी में शार्दुल ठाकुर ने उनका विकेट लिया।
प्लेयर ऑफ द मैच बेन डकेट ने कहा कि यह एक अविश्वसनीय मैच था, भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। पांचवें दिन की शुरुआत में जिस तरह से हमने मैच को खत्म किया वह अविश्वसनीय था। हम बिना विकेट खोए कल शाम खेलना चाहते थे। आज सुबह यह स्पष्ट था अगर हम रुककर बल्लेबाजी करते हैं, तो हम जीत जाएंगे। ड्रेसिंग रूम के लोगों का मानना है हमने पूरे दिन परिपक्वता दिखाई और जता दिया कि जीतना कितना मायने रखता है। कई बार हम इस मैच में पीछे रह गए। हमारे गेंदबाजों को बहुत बड़ा श्रेय जाता है, जिन्होंने कम समय में पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर दिया। वरना अगर वह लक्ष्य में 50 से 60 रन और जोड़ देते तो मैच अलग होता।
हमने क्रॉली को पिछले मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते देखा, वह शांत रहकर अच्छा खेला था। अच्छी गेंदों का सम्मान किया और खराब गेंदों को उचित स्थान पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि बुमराह विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, उन्होंने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया। उनके प्रभाव को सीमित करना बहुत बड़ा था। हमने उन्हें बहुत संभल कर खेला। उन्हें सीधे बल्ले से खेलना मुश्किल था। अगर उन्हें विकेट मिल जाता तो यह एक अलग मैच होता, लेकिन रूट ने शांत रहकर लाजवाब बल्लेबाजी का नमूना पेश किया।
प्लेयर आफ द मैच डकेट ने कहा कि बुमराह का सामना करने का तरीका तलाशना अहम था।उन्होंने कहा , वह विश्व स्तरीय गेंदबाज है और पहली पारी में उसने शानदार प्रदर्शन किया था। हमें खुशी है कि दूसरी पारी में उसे दोहराने नहीं दिया।