अहमदाबाद:इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फोक्स ने कहा है कि इंग्लैंड गुरुवार से अहमदाबाद के मैदान पर भारत के खिलाफ होने वाले चौथे और अंतिम मैच में भारत के खिलाफ बेहतर तैयारी के साथ श्रृंखला को 2-2 से बराबर करने के इरादे से उतरेगी। हालांकि आखिरी टेस्ट में अहमदाबाद की पिच पर तीसरे मैच से ज्यादा टर्न होने की उम्मीद है।
फोक्स ने चौथे टेस्ट से पूर्व नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अभ्यास के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा, 'अहमदाबाद मैदान की सतह दूसरी बार एक रहस्य से कम नहीं होगी और यह उनकी टीम के ऊपर है कि वह उन परिस्थितियों में किस तरह बेहतर प्रदर्शन करती है। आज अभ्यास के दौरान पिच पर मौजूद था और मुझे लगता है कि यह पहले जैसी ही है। मुझे नहीं लगता कि यह कोई चिंता का विषय है। हमें इस पिच पर पहली गेंद से टर्न देखने को मिलेगी, इसलिए हमें ऐसी परिस्थिति में खेलना का तरीका ढूंढना होगा।'
फोक्स ने कहा, ' आखिरी कुछ पारियों के बाद हम खुद को कम नहीं आंक रहे हैं। हम स्पष्ट रणनीति और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मैदान पर उतरेंगे, क्योंकि हम जानते हैं कि हम अब भी श्रृंखला को ड्रॉ कराने की स्थिति में हैं। अगर हम आखिरी मुकाबला जीतते हैं तो यह हमारी शानदार उपलब्धि होगी। हम जिस तरह की सतह पर खेलने जा रहे हैं, उस पर खेलना मुश्किल है, लेकिन हम आखिरी गेम में बेहतर कर सकते हैं। '
रोटेशन पॉलिसी के तहत जोस बटलर की जगह टीम में शामिल हुए फोक्स ने कहा, 'मेरे अब तक के विकेटकीपिंग करियर में भारत के साथ पिछले दो टेस्ट मैच मेरे लिए सबसे मुश्किल रहे। पिछले मैच में पिंक बॉल स्किड (फिसल) कर रही थी, मैंने पहले ऐसी पिच नहीं देखी है और इस पर कीपिंग करना काफी चुनौतीपूर्ण था। मैंने इससे पहले गेंद को इतना टर्न मिलते हुए पहले कभी नहीं देखा। मेरा पूरा ध्यान इस बात पर है कि मैं अगले मैच में अच्छा प्रदर्शन कैसे कर सकता हूं।'
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के बाद जोस बटलर को आराम देकर स्वदेश भेज दिया था। उनकी जगह नए नवेले बेन फॉक्स विकटों के पीछे खड़े हुए दिखे। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक नाबाद 42 रन बनाए। लेकिन इस के बाद फॉक्स अपना लय प्राप्त नहीं कर पाए।
पहले टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैडं ने 582 रन बनाए थे लेकिन उसके बाद से वह सीरीज में 200 का स्कोर भी पार नहीं कर पा रही है। नतीजा यह हुआ कि 1-0 की बढ़त लेने के बाद अब इंग्लैंड सीरीज में 1-2 से पीछे है और ना ही सीरीज जीत सकती है और आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल, क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले और अपने घरेलू मैदान लॉर्ड्स में सिर्फ दर्शक बन कर ही देख सकेगी।
यही कारण है कि इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर हार को पचा नहीं पा रहे हैं और पिच पर हार का दोष मढ़ रहे हैं, चाहे वह माइकल वॉन हो या केविन पीटरसन। सिर्फ पूर्व इंग्लैंड बल्लेबाजी जोनाथन ट्रॉट ने ही खेल भावना का परिचय देकर हार कबूली थी।