अहमदाबाद: बेन स्टोक्स अच्छी शुरूआत करने के बाद विकेट गंवाने की निराशा को छुपा नहीं सके क्योंकि उनके 70 टेस्ट मैचों में अब तक की सबसे मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी के दौरान करीब ढाई घंटे तक अच्छा रक्षात्मक खेल दिखाया।
स्टोक्स ने भारत के खिलाफ अंतिम टेस्ट के शुरूआती दिन 121 गेंद में 55 रन बनाये लेकिन वाशिंगटन सुंदर की स्किड करती गेंद ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।
स्टोक्स ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, मैं बहुत ज्यादा निराश हूं कि मैंने अच्छी शुरूआत के बाद विकेट गंवा दिया। अर्धशतक वास्तव में ऐसा स्कोर नहीं है जो आपको टेस्ट मैच में जीत दिलाये।
उन्होंने कहा, मैं बहुत निराश था कि उस विकेट पर सहज महसूस करने के बाद मैं इस तरह से आउट हो गया, विशेषकर तब जब मैंने खुद को स्किड करती गेंद से बचाने में ढाई घंटे बिताये और इसी स्किड होती गेंद पर आउट हो गया। इसलिये मैं खुद से काफी निराश था।
स्टोक्स को इस बात से और ज्यादा निराशा थी कि खतरनाक गेंद कौन सी है, इसे जान गये थे और फिर भी इसी पर आउट हो गये।
उन्होंने कहा, बहुत निराश हूं। ढाई घंटे बिताने के बाद, अच्छा खेलने के बाद, और स्ट्रेट गेंद पर आउट होने से बचने की कोशिश में, इसी गेंद पर आउट होना हताशाजनक है। स्टोक्स टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन से भी निराश थे।
स्टोक्स ने कहा, मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी से निराश हैं। मुझे लगता है कि हम रन जुटाने में काफी सक्षम है इसलिये यह निराशाजनक है। लेकिन दिन के अंत में एक विकेट हासिल करना अच्छा रहा। स्टोक्स को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं थी कि ये बल्लेबाजी के लिये मुश्किल हालात हैं।
उन्होंने कहा, हां, मैं अब तक 70 के करीब मैच खेल चुका हूं और मैंने टीम में अन्य खिलाड़ियों को भी बताया कि बतौर बल्लेबाज मैंने अब तक इतने मुश्किल हालात का सामना नहीं किया जबकि मैं पूरी दुनिया में खेल चुका हूं। (भाषा)