नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों के साथ दुबई में हुई बैठक पर असंतोष जाहिर किया है।
गोयल ने मंगलवार को कहा कि जब बीसीसीआई को इस बात की जानकारी है कि सरकार से पूछे बिना जब वह पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल सकती है तो उसके अधिकारियों को इस बैठक में हिस्सा नहीं लेना चाहिए था।
गौरतलब है कि दुबई में सोमवार को बीसीसीआई और पीसीबी के अधिकारियों की बैठक हुई थी। हालांकि इसमें दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों पर कोई निर्णायक फैसला नहीं हो सका।
खेल मंत्री ने कहा मैं यह जानना चाहता हूं कि बीसीसीआई ने आखिर इस बैठक में हिस्सा ही क्यों लिया। मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि जब तक सीमा पार आतंकवाद समाप्त नहीं हो जाता है तब तक द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज पाकिस्तान के साथ संभव नहीं है।
दुबई में हुई इस बैठक में बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक एमवी श्रीधर ने हिस्सा लिया था। भारतीय बोर्ड ने बैठक में पीसीबी के छह करोड़ डॉलर के मुआवजे की मांग को लेकर भी चर्चा की थी।
वर्ष 2015 से 2023 के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज को लेकर दोनों बोर्डों के बीच समझौता हुआ है लेकिन अब तक तनाव के चलते द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो सकी है जिसके चलते पाकिस्तानी बोर्ड ने बीसीसीआई को करीब 387 करोड़ रुपए का मुआवजा मांगा है।
गोयल ने इस मौके पर मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनावला से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में खेलों की स्थिति पर चर्चा की। गोयल ने कहा हमने राज्य में 4.5 करोड़ रुपए की लागत से फुटबाल मैदान बनाने के लिए राशि मंजूर की है और साथ ही सिंथैटिक फुटबॉल टर्फ के लिए भी हमने सहमति दे दी है। (वार्ता)