नई दिल्ली। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को लगता है कि टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा को बीसीसीआई और प्रशासकों की समिति को क्रिकेटरों द्वारा मिलने वाले अनुबंध में शीर्ष श्रेणी में जगह मिलनी चाहिए। पुजारा फिलहाल केंद्रीय अनुबंध के ग्रेड 'ए' में विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी, रविचन्द्रन अश्विन, अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय के साथ हैं।
पत्रकार राजदीप सरदेसाई की नई किताब 'डेमोक्रेसी इलेवन' के पैनल चर्चा के दौरान शास्त्री ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि केंद्रीय अनुबंध में पुजारा जैसे खिलाड़ी को शीर्ष श्रेणी में जगह मिले।
शास्त्री ने कोहली और धोनी के साथ प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय से मुलाकात कर संशोधित क्षतिपूर्ति पैकेज और भविष्य के दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) कैलेंडर पर चर्चा की। बीसीसीआई में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो रही कि खिलाड़ियों की श्रेणी कैलेंडर वर्ष में विभिन्न प्रारूपों के अंतरराष्ट्रीय मैचों की संख्या को देकर तय की जाए। पुजारा भारतीय टेस्ट टीम की मजबूत स्तंभों में से एक हैं और वे दूसरे प्रारूप में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेलते और दुर्भाग्य से उन्हें आईपीएल का अनुबंध भी नहीं मिलता है।
शास्त्री ने इस मौके पर यह भी कहा कि धोनी और कोहली एक-दूसरे का काफी सम्मान करते हैं, जो कि मौजूदा टीम की सफलता का एक कारण है। मैंने धोनी को कभी गुस्सा होते नहीं देखा है। अगर वे हुए भी तो सिर्फ 10 सेकंड के लिए। कोहली अभी सीख रहे हैं लेकिन वे परिपक्व हैं। मैं धोनी और कोहली के रिश्तों को लेकर काफी कहानियां सुनता हूं लेकिन वे सब सही नहीं हैं। मैंने देखा है कि दोनों एक-दूसरे का कितना सम्मान करते हैं। (भाषा)