चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे अपने बुरे फॉर्म के कारण कई समय से चर्चा में हैं। कभी कभी तो ऐसा लगता है कि दोनों के बीच में जल्दी आउट होने की प्रतियोगिता चल रही हो।
कुछ वेबसाइट पर तो अब ऐसे लेख भी देखने को मिलने लगे हैं कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे में से ज्यादा बुरे फॉर्म से कौन सा बल्लेबाज जूझ रहा है। कभी भारत के मध्यक्रम के स्तंभ रहे पुजारा और रहाणे अब पुराने हो गए हैं।
कल जब दोनों ही बल्लेबाज सस्ते में ओलिविर का शिकार बने तो यह शब्द ट्विटर पर ट्रेंड करने लग गया। फैंस की तो यह मांग है हि कि दोनों ही बल्लेबाजों को जल्द टेस्ट टीम से ड्रॉप कर देना चाहिए।
पिछले टेस्ट में प्रभावहीन दिखे वियान मुल्डर की जगह टीम में शामिल हुए डुएन ऑलिवियर को इन दोनों का विकेट लेने के लिए सिर्फ 2 गेंदे लगी। 33 गेंदो में 3 रन बना चुके चेतेश्वर पुजारा का विकेट लिया और इसके बाद अजिंक्य रहाणे को खाता भी नहीं खोलने दिया।
वहीं विशेषज्ञों का भी यह मानना है कि दोनों के पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है। लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर के मुताबिक दोनों ही बल्लेबाजों के पास अपना टेस्ट करियर बचाने के लिए मात्र एक पारी बची है।
यह दोनों बल्लेबाज टेस्ट के अलावा अभी किसी दूसरे प्रारुप में नहीं खेलते हैं। अगर दूसरी पारी में भी दोनों फ्लॉप हुए तो तीसरे टेस्ट में दोनों का चयन ना होना लगभग तय है। ऐसे में इनका करियर भी समाप्त हो सकता है।
वरिष्ठ खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता और अयाज मेनन का भी मानना है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के लिए खुद को बचाना है तो एक बड़ी पारी खेलनी होगी नहीं तो तीसरे टेस्ट में भी उनका चयन मुश्किल हो जाएगा।
3 साल पहले पुजारा ने लगाया था शतक
2020 की शुरुआत से चेतेश्वर पुजारा का औसत 25.52 है और इस दौरान उन्होंने केवल 7 अर्धशतक लगाए हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उन्होंने कई अहम पारियां ज़रूर खेली लेकिन पूरी तरह अपनी लय प्राप्त नहीं कर पाए। इसी के कारण इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट महज़ 36.1 का रहा है।
कानपुर टेस्ट में उन्होंने क्रमशः 26 और 22 रन बनाए। मुंबई टेस्ट की पहली पारी में वह 0 पर बोल्ड हो गए थे। दूसरी पारी में ऐसा लगा था कि वह अपना फॉर्म वापस पा लेंगे लेकिन 47 रनों पर वह पवैलियन चलते बने। सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में तो वह गोल्डन डक पर आउट हो गए। वहीं दूसरी पारी में महज 16 रन बना पाए।
2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से पुजारा के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है, दूसरे शब्दों में उनके बल्ले से 3 साल से शतक नहीं आया है। कभी विेदेशी पिचों पर भारत के संकटमोचन कहलाने वाले चेतेश्वर पुजारा घरेलू पिच पर भी रन नहीं बटोर पाए। इस दौरान उन्होंने 19 टेस्ट खेले जिसमें 868 रन बनाए।
अजिंक्य रहाणे ने बल्लेबाजी के कारण खोई उप कप्तानी
अजिंक्य रहाणे ने तो अपनी बल्लेबाजी के कारण अपनी उपक्प्तानी खो दी। रहाणे की अगुवाई में ही भारत की युवा ब्रिगेड पिछले साल 2-1 से सीरीज जीती थी। लेकिन उनके बुरे फॉर्म के कारण उनसे उपकप्तानी छीन ली गई।
अब तक खेले 80 टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे 39 की औसत के साथ में 12 शतक और 24 अर्धशतकों की मदद से 4863 रन बना चुके हैं।
हाल ही में अजिंक्य रहाणे अपने खराब फॉर्म के कारण चर्चा में रहे हैं। अजिंक्या रहाणे का पिछले 16 टेस्ट मैचों में औसत सिर्फ़ 25 का रहा है। इसमें एक शतक भी शामिल है। उनका करियर औसत अब 40 से भी कम हो गया है। घर पर उनका औसत सिर्फ़ 35.73 है, जो पिछले पांच सालों में और कम होकर सिर्फ़ 30.08 रह गया है।
उन्हें टेस्ट शतक लगाए करीब 1 साल हो गया है।आखिरी बार उन्होंने बतौर कप्तान ऑस्ट्रेलिया के मलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में शतक लगाया था।