रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत के बाद 4 जून को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के बाद चिन्नास्वामी पहली बार क्रिकेट मुक़ाबलों की मेजबानी करेगा।
यह स्टेडियम कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के तिम्मप्पिया मेमोरियल ट्रॉफ़ी के मेजबानों में से एक है, जो 16 टीमों वाला एक लाल गेंद के साथ खेला जाने वाला बहु-दिवसीय प्री-सीजन टूर्नामेंट है। चिन्नास्वामी स्टेडियम इस प्रतियोगिता के छह मैचों की मेजबानी करेगा, जिसमें एक सेमीफ़ाइनल और 26 सितंबर से होने वाला फ़ाइनल शामिल है। हालांकि स्टेडियम में दर्शकों को अनुमति नहीं होगी।
अजिंक्य रहाणे, वेंकटेश अय्यर, हनुमा विहारी, विजय शंकर, शशांक सिंह भाग लेने वाले शीर्ष भारतीय सितारों में से हैं। टूर्नामेंट में मुंबई, विदर्भ, मध्य प्रदेश, हिमाचल, छत्तीसगढ़ सहित अन्य की टीमें शामिल हैं।
चिन्नास्वामी की क्रिकेट कैलेंडर में वापसी ऐसे समय में हुई है जब आरसीबी ने इस दुखद भगदड़ पर सोशल मीडिया पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। पिछले हफ़्ते फ्रेंचाइजी ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की थी, साथ ही बेहतर भीड़ सुरक्षा और प्रबंधन के लिए दीर्घकालिक कार्रवाई का भी वादा किया था।
यह स्थल केएससीए, कर्नाटक सरकार और राज्य पुलिस के बीच चल रही खींचतान का केंद्र रहा है - 4 जून की घटना के बाद से फ्रेंचाइजी के साथ-साथ सभी पुलिस की भी एक सदस्यीय ट्रिब्यूनल द्वारा जांच की जा रही है।
इसके अलावा केएससीए को स्थानीय नियामक संस्थाओं के साथ भी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिनमें बिजली आपूर्ति विभाग भी शामिल है, जिसने अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण आयोजन स्थल की बिजली काट दी है। बुधवार (3 सितंबर) तक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिला था। यह आयोजन स्थल अपनी जरूरतों के लिए जनरेटर और सौर ऊर्जा का उपयोग करता है।
परिणामस्वरूप पुलिस ने केएससीए को महिला विश्व कप की मेजबानी की अनुमति नहीं दी, जिससे चिन्नास्वामी को टूर्नामेंट के पहले मैच, सेमीफ़ाइनल और 2 नवंबर को होने वाले फ़ाइनल सहित पांच संभावित मैचों से हाथ धोना पड़ा।
राज्य की फ्रेंचाइजी-आधारित टी20 प्रतियोगिता महाराजा ट्रॉफ़ी को भी इसी कारण से बेंगलुरु से बाहर स्थानांतरित करना पड़ा, क्योंकि पुलिस ने केएससीए के बंद दरवाज़ों में टूर्नामेंट आयोजित करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। अंततः टूर्नामेंट का आयोजन मैसूर में बंद दरवाज़ों में किया गया।
पिछले महीने के अंत में, राज्य सरकार द्वारा भगदड़ की जांच के लिए नियुक्त एक समिति ने चिन्नास्वामी को बड़े आयोजनों के लिए "असुरक्षित" माना। आयोग ने "दृढ़ता से अनुशंसा" की कि बड़े आयोजनों को ऐसे स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए जो भारी भीड़ को संभालने के लिए "बेहतर" हों।इसके बाद कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शहर के औद्योगिक उपनगरों में 75 एकड़ के विशाल खेल परिसर में 60,000 दर्शकों की क्षमता वाला एक क्रिकेट स्टेडियम बनाने की सरकार की भव्य योजना का अनावरण किया।(एजेंसी)