मैनचेस्टर। वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमंस का मानना है कि कोविड-19 महामारी के चलते अगले महीने जब जैव सुरक्षित वातावरण में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी तो उनकी टीम इंग्लैंड के खिलाफ खाली स्टेडियमों में खेलने से थोड़ा फायदे में रहेगी।
इस वायरस के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मार्च से ही ठप पड़ा है। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच आठ जुलाई से साउथम्पटन में शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला से इसकी वापसी होगी। सिमंस से यहां टीम के अभ्यास स्थल से वीडियो कॉन्फ्रेन्स में कहा, मैं नहीं जानता कि इससे हमारी जीत की संभावना बढ़ेगी, क्योंकि दोनों टीमें एक जैसे माहौल में खेलेंगी।
उन्होंने कहा, हमारे लिए अच्छी बात है कि इंग्लैंड की टीम को दर्शकों का समर्थन नहीं मिलेगा। इस तरह से इससे हमें मदद मिले। इस तरह से सोचा जाए तो यह अच्छा है। सिमंस का मानना है कि अपने समर्थकों की कमी के अलावा इंग्लैंड को लंबे समय तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहने का खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, इंग्लैंड ने हाल में कोई दौरा नहीं किया जबकि हम स्वदेश में क्रिकेट खेल रहे थे। इसलिए मुझे लगता है कि यह हमारे लिए अच्छी बात है क्योंकि सच्चाई यही है कि वे पिछले कुछ समय से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं।
वेस्टइंडीज ने 18 महीने पहले अपनी सरजमीं पर इंग्लैंड को 2-1 से हराया था और अगर वह तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला को बराबर करने में भी सफल रहता है तो विजडन ट्रॉफी उसी के पास रहेगी। सिमंस ने हालांकि स्वीकार किया कि उनकी टीम को शिमरोन हेटमेयर, डेरेन ब्रावो और कीमो पॉल की कमी खलेगी जिन्होंने महामारी के कारण ब्रिटेन का दौरा करने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से कुछ खिलाड़ियों ने यहां नहीं आने का फैसला किया लेकिन हम उपलब्ध खिलाड़ियों में से सर्वश्रेष्ठ टीम लेकर आए हैं। खिलाड़ी जिस तरह से मेहनत कर रहे हैं उससे मुझे लगता है कि अपनी ट्रॉफी का बचाव करने के लिए तैयार रहेंगे। सिमंस ने कहा, हम जानते हैं कि हमें किसकी कमी खलेगी लेकिन इस तरह की स्थिति में हमें मौजूद खिलाड़ियों के साथ कड़ी मेहनत करनी होगी।(भाषा)