नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री ने आगाह किया है कि कुछ देश भारतीय क्रिकेट बोर्ड में चल रही मौजूदा स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करके बड़ी गलती कर रहे हैं। उन्होंने इसके साथ ही बीसीसीआई को सलाह दी कि सबसे बड़ा राजस्व पैदा करने वाला बोर्ड होने के कारण वह आईसीसी से उस एक एक पैसे की मांग करे, जिसका वह हकदार है। अनिल कुंबले के मुख्य कोच बनने से पहले शास्त्री भारतीय टीम के टीम निदेशक थे।
उन्होंने कुछ क्रिकेट बोडरें को आगाह किया किया कि यह संस्था (बीसीसीआई) यहां बनी रहेगी। शास्त्री ने क्रिकबज वेबसाइट को दिये साक्षात्कार में किसी देश का नाम लिये बिना कहा, ‘मेरी कुछ लोगों को चेतावनी है। यह स्थिति लंबे समय तक नहीं रहेगी। बीसीसीआई बहुत जल्द उस स्थिति में आएगा जिसके लिये वह बना है। और इसलिए बीसीसीआई का वर्तमान मसलों पर गौर करना महत्वपूर्ण है।’
उनका सीधा संदर्भ इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका से था। बीसीसीआई में उच्चतम न्यायालय से नियुक्त लोढ़ा समिति की सिफारिशों के बाद आमूलचूल बदलाव चल रहे हैं, जिसके कारण अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और अन्य को बाहर होना पड़ा। शास्त्री ने बीसीसीआई की आईसीसी से मोटे राजस्व की मांग का भी समर्थन किया क्योंकि भारत के बिना उसके लिये इतना अधिक लाभ हासिल करना बेहद मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा, ‘मुझे बहुत खुशी है कि आईसीसी बैठक के लिए जो समिति दुबई गई थी, उसने आईसीसी बोर्ड के सामने यह मसला रखा। मुझे खुशी है कि विक्रम लिमये, अनिरुद्ध चौधरी और अमिताभ चौधरी ने बीसीसीआई के दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से वहां जाकर रखा। मेरा मानना है कि भारत आईसीसी टूर्नामेंट से मिलने वाले हर पैसे का हकदार है क्योंकि वह विश्व क्रिकेट को सबसे अधिक राजस्व दे रहा है।’(भाषा)