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शतकवीर जयंत नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने में भी खुश

हमें फॉलो करें शतकवीर जयंत नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने में भी खुश
, रविवार, 11 दिसंबर 2016 (21:39 IST)
मुंबई। नौवें नंबर पर टेस्ट शतक बनाने वाला पहला भारतीय क्रिकेटर बनने के बाद जयंत यादव ने कहा कि घरेलू स्तर पर वह हमेशा ही उपयोगी बल्लेबाज रहे हैं।
जयंत ने 104 रन की शानदार पारी खेली, इससे भी महत्वपूर्ण यह रहा कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के चौथे दिन कप्तान विराट कोहली के साथ आठवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 241 रन की भागीदारी निभाई और कप्तान ने 235 रन की दोहरी शतकीय पारी खेली।
 
इन दोनों के शानदार प्रदर्शन ने मेहमान टीम की वापसी की उम्मीदों को लगभग तोड़ दिया और दूसरी पारी में 182 रन पर छह विकेट चटकाकर गेंदबाजों ने उन्हें हार के करीब पहुंचा दिया।
 
दिल्ली में जन्मा 26 साल का खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में पड़ोस के राज्य हरियाणा की ओर से खेलता है। उन्होंने कहा, हालांकि मैं निचले क्रम में खेल रहा था, लेकिन मुझे यह जिम्मेदारी लेनी थी इसलिए आप यह जिम्मेदारी लेकर बतौर आलराउंडर अपना विकास करते हो।  
 
तीन टेस्ट खेल चुके इस युवा ने कहा, मैंने घरेलू सत्र में नौवें स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक लगाया था, मैंने अपना पहला टेस्ट शतक नौंवे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाया, इसलिए मैं नौवें स्थान से खुश हूं।  यादव ने कहा कि जब वह सुबह कोहली के साथ बल्लेबाजी करने उतरे तो उनका लक्ष्य टेस्ट में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा करने का था।
 
उन्होंने कहा, सच कहूं तो, जब मैं सुबह बल्लेबाजी के लिए आया तो मैं सिर्फ अर्धशतक बनाने की कोशिश में था क्योंकि मैं इससे महज 20 रन दूर था। मैं लय के साथ खेलता रहा और चीजें अपने आप होती रहीं। 
 
जयंत ने 244 गेंद की पारी में 15 चौके लगाए। वह पहले घंटे के खेल में काफी आक्रामक रहे, जिससे भारत ने 16 ओवर में तेजी से 78 रन जोड़ लिए। हालांकि उन्होंने कहा कि यह संभव हो सका था क्योंकि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने उनके कप्तान के लिए रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण किया हुआ था। 
 
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि आपको मैच के परिदृश्य को देखना होगा। वे मेरे खिलाफ ज्यादा आक्रमण कर रहे थे और विराट के खिलाफ उन्होंने काफी रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण किया हुआ था। इसलिए इससे मुझे खराब गेंदों को बाहर भेजने का मौका मिल गया और मैंने ऐसा ही किया।  
 
जयंत से जब पूछा गया कि वह इस शानदार भागीदारी के दौरान प्रत्एक ओवर के बीच बात करते दिखे, तो वे क्या बात कर रहे थे तो उन्होंने कहा, ओवरों के बीच में हमने सिर्फ यही बात की कि क्या हो रहा था। वह कुछ और अलग चीज की कोशिश करेगा या फिर वह उसी तरह की गेंदबाजी करेगा जैसी उसने अपने पिछले ओवर में की थी? हम आपस में कुछ चीजों पर हंसते भी रहे।  उन्होंने कहा, विराट ने महज इतना कहा, खेलते रहो, रनों पर ध्यान पर मत दो, प्रत्येक गेंद को खेलते रहो। (भाषा)

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