नई दिल्ली। विवादों में घिरे दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के लिए परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं क्योंकि स्टेडियम के अंदर के अधिकार (मैदान के अंदर होर्डिंग पर विज्ञापन) नामांकित निविदा समिति ने ऐसी कंपनी को दे दिए जो मुख्य रूप से केटरिंग का काम करती थी। केटरिंग वालों को अधिकार देने से डीडीसीए की जग हंसाई हो रही है।
बल्कि डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रविंदर मनचंदा ने स्वीकार किया कि अनुबंध कोहली एंटरप्राइजेज को सौंपते वक्त जरूरी ध्यान नहीं दिया, जिससे डीडीसीए को 2.17 करोड़ रुपए मिलते।
छवि सुधारने की मुहिम के तहत डीडीसीए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने कोषाध्यक्ष मनचंदा, निदेशक सिद्धार्थ वर्मा और निविदा समिति के सदस्य सुभाष शर्मा के साथ मिलकर इस मामले के बारे में मीडिया को बताया। (भाषा)