Virat Kohli Rahul Gandhi Tweet : विराट कोहली पिछले कुछ दिनों से आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए लगातार सुर्खियों में रहे हैं, खासकर जब टीम ने 3 जून को 18 सीज़न में पहली बार ट्रॉफी जीती। इस जीत पर विराट भावुक हो गए थे और मैदान पर उनके आंसू भी निकल आए थे। उन्होंने हमेशा RCB के लिए अपना बेस्ट दिया है और टीम के प्रति अपनी वफादारी को कभी कम नहीं होने दिया। लेकिन जब अगले दिन उनकी टीम बेंगलुरु में अपने लॉयल फैंस के साथ इस जीत का जश्न मनाने पहुंची तो वहां कुछ ऐसा हुआ जिसने पुरे देश को हिलाकर रख दिया। उस जश्न के दौरान भगदड़ हुई जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई।
इस घटना के बाद कई जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर और तीन अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा, RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले (Nikhil Sosale) को गिरफ्तार किया गया। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। लेकिन अभी भी लोग यह जानना चाहते हैं कि इस हादसे के लिए असली जिम्मेदार कौन है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक,पुलिस ने जश्न को रविवार (8 जून) तक के लिए टालने की सलाह दी थी। यह सलाह RCB, KSCA और राज्य सरकार ने नज़रअंदाज कर दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने डेक्कन हेराल्ड से कहा, "हमने उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वहां पागलपन जैसा माहौल बन गया था। जश्न बहुत देर तक चलता रहा, और हमारे पुलिसकर्मी थक चुके थे। हमने विजय रैली (RCB Victory Parade) को रद्द करने का प्रयास किया, यह सलाह थी कि जश्न को एक जगह ही सीमित रखा जाए या रविवार को किया जाए, यह नज़रअंदाज कर दी गई।"
इस सब के बीच सोशल मीडिया पर #ArrestKohli हैशटैग 36 घंटों के भीतर वायरल हो गया और देशभर में विराट कोहली को गिरफ्तार करने की मांग तेज़ हो गई। इस उबाल के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का चार साल पुराना ट्वीट भी सामने आया, जिसमें उन्होंने विराट से कहा था, “प्रिय विराट, ये लोग नफरत से भरे हुए हैं क्योंकि इन्हें प्यार नहीं मिलता। इन्हें माफ कर दो, और टीम की रक्षा करो।" (“Dear Virat, These people are filled with hate because nobody gives them any love. Forgive them. Protect the team")
आपको बता दें विराट कोहली को 2021 में तब कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब भारत के विश्व कप में लगातार हारने के बाद उनकी कप्तानी पर सवाल उठाए गए थे। पाकिस्तान से हार के बाद और न्यूजीलैंड से हारने के बाद, जब उनके साथी खिलाड़ी मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) को उनके धर्म के आधार पर हमला किया गया था, तब विराट ने शमी के साथ खड़े होकर 'ट्रॉल्स की आलोचना की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि किसी के धर्म पर हमला करना सबसे निंदनीय काम है।
हालांकि, विराट ने इन आलोचनाओं से हार नहीं मानी। उन्होंने इन्हें अपनी ताकत बनाया और हमेशा अपनी टीम के साथ मजबूती से खड़े रहे। लेकिन ये घटनाएं साफ दिखाती हैं कि जब खेल में राजनीति और नफरत की मिलावट हो जाती है, तो हालात किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत मुश्किल हो सकते हैं।