क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के ऐतिहासिक स्टेडियम में 2 जून यानी आज से इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज शुरुआत हुई। पहले टेस्ट मैच का आगाज मेहमान कीवी टीम के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के साथ हुआ। सीरीज के शुरू होने से पहले ही न्यूजीलैंड को फेवरेट के रूप में आंका जा रहा था और पहले टेस्ट के पहले ही दिन बिलकुल ऐसा ही देखने को मिला।
केन विलियमसन के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले को टीम के खिलाड़ियों ने सही साबित करके दिखाया। हालांकि टीम की शुरुआत कुछ ज्यादा बेहतर देखने को नहीं मिली। पहले टॉम लाथम (23) और उसके बाद कप्तान केन विलियमसन (13) जल्द ही अपनी विकेट खो बैठे। लाथम को इंग्लैंड के लिए टेस्ट डेब्यू कर रहे ओली रॉबीसन ने पैवेलियन का रास्ता दिखाया, जबकि विलियमसन का विकेट दिग्गज जेम्स एंडरसन के खाते में आई।
टीम ने अपने पहले 2 विकेट सिर्फ 86 के स्कोर पर गवां दिए थे और अब टीम को चोट के साथ वापसी कर रहे अपने स्टार खिलाड़ी रॉस टेलर और राष्ट्रीय टीम के लिए पहला टेस्ट मैच खेल रहे डेवोन कॉनवे से बहुत ज्यादा उम्मीदें थीं, मगर तेली ने सभी को निराश किया और (14) के स्कोर पर ओली रोबीसन को अपनी विकेट थमा बैठे।
मगर न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने इसके बाद हार नहीं मानी और जोरदार वापसी की। पहला ही टेस्ट खेल रहे बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने डेवोन कॉनवे इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुलाई की। 29 वर्षीय कॉनवे अपने टेस्ट डेब्यू पर शतक लगाने वाले न्यूजीलैंड के 12वें खिलाड़ी बने और अपने इस मैच को हमेशा के लिए यादगार बना डाला।
डेवोन कॉनवे का पूरा साथ हेनरी निकोलस ने निभाया। दोनों खिलाड़ी ने काफी सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी की और कमजोर गेंदों पर रन बनाए। दोनों के बीच फिलहाल 132 रनों की साझेदारी हो चुकी है। दिन का खेल समाप्त होने तक कीवी टीम का स्कोर 246/3 रहा।