चैंपियंस ट्राफी के सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला जाइंट किलर कही जाने वाली बांग्लादेश क्रिकेट टीम से हुआ था। वैसे टीम इंडिया का पक्ष टॉस जीतते ही भारी हो गया था लेकिन एक दौर ऐसा भी आया जब, सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश की टीम बीच के ओवरों में शानदार बल्लेबाज़ी कर रही थी।
तमीम इकबाल और मुशफिकूर रहीम के बीच 100 से ज्यादा रनों की साझेदारी हो गई थी और बांग्लादेश का स्कोर 300 के पार जाने की राह पर था। इस स्थिति में विकेट लेना बेहद जरूरी हो गया था और कप्तान कोहली पर दबाव बढ़ता ही जा रहा था। उनकी मुश्किल इसलिए भी बड़ी हो गई थी कि उनके तुरुप के इक्के टीम के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या भी इस जोड़ी के सामने बेअसर दिखाई दे रहे थे।
सभी नियमित गेंदबाजों की गेंदों पर जमकर रन बन रहे थे पर तभी टीम इंडिया के एक्स कैप्टन एमएस धोनी ने कप्तान विराट कोहली को ऐसा आइडिया दिया की बांग्लादेश चारों खाने चित हो गया।
धोनी ने पार्ट-टाइम गेंदबाज केदार जाधव को गेंदबाज़ी करने का सुझाव विराट को दिया और विराट ने मान भी लिया। केदार जाधव ने भी इस निर्णय को सही साबित किया और तमीम इक़बाल को क्लीन बोल्ड कर दिया।
अपने अपने आइडिया को सफल होते देख विकेट के पीछे खड़े धोनी भी अपने पर काबू न रख पाए और झूम उठे। इसके बाद केदार ने मुशफिकुर को भी विराट के हाथों कैच करवाया और बांग्लादेश के मध्यक्रम को तोड़ दिया। पोस्ट मैच प्रेस कांफ्रेंस में भी विराट ने इस बात का उल्लेख किया और माही भाई की महिमा का बखान किया।