पल्लेकेल। भारत के खिलाफ 0-3 की बेहद निराशाजनक हार झेलने वाले श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए सोमवार को कहा कि यह उनके करियर की सबसे खराब सीरीज रही।
श्रीलंका की यह हार इसलिए भी बड़ी हो जाती है कि तीन मैचों में उसे दो मैचों में पारी की हार का सामना करना पड़ा। चांदीमल ने इस करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए उम्मीद व्यक्त की है कि टीम इस हार के सदमें से उबरकर भविष्य में बेहतर वापसी करेगी।
यहां अंतिम टेस्ट में पारी और 171 रन की हार के बाद चांदीमल ने निराशा जाहिर करते हुए कहा, यह निश्चित रूप से मेरे करियर की सबसे कठिन सीरीज रही और इस बड़ी हार के लिए हम कोई बहाना नहीं बना सकते हैं।
चांदीमल ने भारत के प्रदर्शन पर कहा, टीम इंडिया ने पूरी सीरीज में लाजवाब प्रदर्शन किया। मैं इस बात से भी बेहद निराश हूं कि हमने अपनी गलतियों से नहीं सीखा और बार बार उन्हीं गलतियों को दोहराते रहे। बतौर कप्तान मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं। समर्थकों ने हमेशा की तरह हमें अपार समर्थन और उत्साह दिया लेकिन हम उनकी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके।
चांदीमल ने कहा, ट्रेनिंग के दौरान हमने कड़ी मेहनत की थी लेकिन यह निराशाजनक रहा कि हम सीरीज के दौरान इसे जारी नहीं रख सके। हम तीनों विभागों में मेहमान टीम से पीछे रहे और भारतीय टीम को इस जीत का पूरा श्रेय जाता है।
श्रीलंकाई कप्तान ने टीम के सीनियर खिलाड़ियों को भी इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि हार के लिए यह एक बड़ा कारण हो सकता है कि टीम के अनुभवी खिलाड़ियों ने अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं किया।
चांदीमल ने अंतिम मैच में विस्फोटक शतक जड़ने वाले भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड़या और शानदार गेंदबाजी करने वाले उमेश यादव और मोहम्मद शमी की जमकर सराहना की। (वार्ता)