एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में जीत दर्ज करने के बाद दिनेश कार्तिक ने कहा कि भारतीय टीम प्रबंधन ने उन्हें छठे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए मैच फिनिशर की भूमिका सौंपी है। कार्तिक ने इसके साथ ही पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह अब भी जरूरत के मुताबिक विरोधी टीमों पर दबाव बना सकते हैं।
जीत के लिए 299 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए कार्तिक (नाबाद 25) ने अहम योगदान दिया। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए धोनी (नाबाद 55) के साथ नाबाद 57 रन की साझेदारी कर तीन मैचों की श्रृंखला को 1-1 से बराबर किया।
कार्तिक ने कहा कि मुझे लगता है कि धोनी ने इस श्रृंखला में शानदार बल्लेबाजी की। यह ऐसी पारी है जैसी उन्होंने पहले भी कई बार खेली है। उन्हें बल्लेबाजी करते और मैच को खत्म करते देखना शानदार रहा।
हमें पता है कि वे दबाव लेते हैं और फिर विरोधी टीम को दबाव में ला देते हैं। यह हमेशा उनकी सबसे बड़ी खासियत रही है और आज आप ने उसका सटीक उदाहरण देखा।
सिडनी में पहले एकदिवसीय में उनकी धीमी पारी की काफी आलोचना हुई थी, लेकिन उन्होंने मंगलवार को 54 गेंद में दो छक्कों के साथ नाबाद 55 रन बनाए।
कार्तिक ने टीम में फिनिशर की अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा कि‘मैंने इसका अभ्यास किया है, इस पर काम कर रहा हूं। यह काफी जरूरी कौशल है।
यह ऐसा कौशल है जहां आपको दिमागी तौर पर शांत रहना होता है। अनुभव इसमें काफी मदद करता है। खेल में यह शायद सबसे मुश्किल कौशल है। मैच खत्म करना और विजेता टीम की तरफ होना शानदार होता है।
उन्होंने कहा कि जाहिर है टीम प्रबंधन ने मुझे मेरी भूमिका के बारे में बताया है और वे चाहते है कि मैं इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ करूं। वे मेरा समर्थन कर रहे। उन्होंने बताया है कि मैं इसी नंबर पर बल्लेबाजी करूंगा। (भाषा)