नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अनुशासनात्मक नियम का उल्लंघन करने के आरोप में 1 डीमेरिट अंक दिया गया है।
वेस्टइंडीज दौरे में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा नवदीप को फ्लोरिडा के लौडरहिल में खेले गए पहले ट्वंटी-20 मैच के दौरान आईसीसी की अनुशासन समिति के नियम 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, जो खिलाड़ियों के व्यवहार या आक्रामक प्रतिक्रिया से संबंधित है, जो आउट होने वाले बल्लेबाज को उत्तेजित कर सकती है।
आईसीसी ने सोमवार को जारी बयान में बताया कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच 3 मैचों की सीरीज के पहले मैच में यह घटना घटित हुई थी। मैच के चौथे ओवर में निकोलस पूरन को आउट करने के बाद सैनी को वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज को जाने का इशारा करते देखा गया था।
वैश्विक संस्था ने कहा कि सैनी ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है जिसकी मैच रैफरी जैफ क्रो ने सिफारिश की थी जिससे उनके खिलाफ आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं है।
मैदानी अंपायर नाइजेल डुगिड और ग्रेगरी ब्रेथवेट, थर्ड अंपायर लेस्ली रीफर और चौथे अंपायर पैट्रिक गस्टर्ड ने सैनी को आरोपी ठहराया था। सैनी का यह पदार्पण मैच था जिसमें उन्होंने 17 रनों पर 3 विकेट निकाले थे और 'मैन ऑफ द मैच' रहे थे।
किसी भी खिलाड़ी के 24 महीने में 4 डीमेरिट अंक होने पर ये अंक मैच निलंबन में तब्दील हो जाते हैं और खिलाड़ी निलंबित हो जाता है जबकि 2 निलंबन अंकों से खिलाड़ी 1 टेस्ट या 2 वनडे या 2 टी-20 मैचों से निलंबित हो जाता है। (वार्ता)