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ओस के कारण गेंदबाजों को हुई परेशानी : प्रवीण कुमार

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नई दिल्ली , गुरुवार, 28 अप्रैल 2016 (17:22 IST)
नई दिल्ली। रोमांचक मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स को 1 रन से हराने के बाद गुजरात लॉयंस के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने कहा कि उनके गेंदबाजों को ओस के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि गेंद को ग्रिप करने में काफी दिक्कत हो रही थी।
 
ब्रैंडन मैक्कुलम (60) और ड्वेन स्मिथ (53) ने तूफानी अर्द्धशतक जड़ने के अलावा पहले विकेट के लिए 10.4 ओवर में 112 रनों की साझेदारी भी की जिससे लॉयंस ने 6 विकेट पर 172 रन बनाए।
 
दिल्ली की टीम इसके जवाब में कुलकर्णी (19 रन पर 3 विकेट) की तूफानी गेंदों के सामने क्रिस मौरिस (32 गेंदों में नाबाद 82) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी के बावजूद 5 विकेट पर 171 रन ही बना सकी।
 
प्रवीण ने भी बेहद किफायती गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में सिर्फ 13 रन दिए। कुलकर्णी और प्रवीण ने 8 ओवरों में मिलकर सिर्फ 32 रन दिए लेकिन बाकी गेंदबाजों ने 12 ओवरों में 139 रन खर्च कर डाले जिसमें स्पिनर विशेष रूप से महंगे साबित हुए।
 
प्रवीण ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ओस काफी ज्यादा थी जिससे स्पिन गेंदबाजों को गेंद को ग्रिप करने में परेशानी हो रही थी। इसके अलावा पिच से स्पिन भी नहीं मिल रही थी। तेज गेंदबाज अच्छा कर रहे थे इसलिए उनसे ही अधिक ओवर कराए गए।
 
कप्तान सुरेश रैना ने रवीन्द्र जडेजा और प्रवीण तांबे जैसे मुख्य स्पिनरों से सिर्फ 1-1 ओवर कराया जबकि खुद 2 ओवर किए और ये दोनों पहले गेंदबाजी के लिए आए। इस बारे में पूछने पर प्रवीण ने कहा कि रैना ने जब गेंदबाजी की तब क्रीज पर 2 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, संभवत: इसलिए उसने पहले खुद गेंदबाजी करने का फैसला किया, क्योंकि वह ऑफ स्पिन गेंदबाजी करता है। यह उसका फैसला था।
 
दिल्ली को जब अंतिम 2 ओवरों में जीत के लिए 18 रन चाहिए थे तब प्रवीण ने 19वें ओवर में सिर्फ 4 रन दिए और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। 
 
पारी के 19वें ओवर में दबाव में गेंदबाजी के बारे में पूछने पर इस तेज गेंदबाज ने कहा कि मैंने फैसला किया था कि अपने मजबूत पक्ष के हिसाब से गेंदबाजी करूंगा। मैं अच्छी यार्कर फेंक रहा था और मैंने यार्कर ही कराने का फैसला किया। छोटी और लंबी गेंद पर छक्का पड़ने की भी संभावना रहती है लेकिन 90 प्रतिशत यार्कर पर 1 रन ही बनता है इसलिए मैंने यार्कर करने का फैसला किया, जो सही साबित हुआ। 
 
आईपीएल के जरिए टीम इंडिया में वापसी पर प्रवीण ने कहा कि मैं सभी मैचों को एक ही नजरिए से देखता हूं फिर चाहे यह कोई भी मैच हो। मैं सामान्य रहता हूं और टीम के लिए प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं। मैं प्रयास करता हूं कि टीम की जीत में योगदान दे सकूं। टीम में वापसी का ख्याल मेरे दिमाग में नहीं होता। (भाषा)

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