रांची: भारतीय सलामी बल्लेबाज इशान किशन अगले वर्ष होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के लिये घरेलू सरजमीं पर भारत की टीम में जगह बनाने के लिये अपने बल्ले से काम करना चाहते हैं।
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	इशान (24)ने शनिवार को तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में शानदार 210 रन बनाते हुए मैदान के सभी हिस्सों में विश्व स्तरीय बंगलादेश के गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाते हुए सलामी बल्लेबाज के रुप में उत्कृष्ट प्रदर्शन दिया।
									
										
								
																	इशान ने अपनी इस रिकॉर्ड पारी में कई कीर्तिमान तोड़े और एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में पांचवां सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 126 गेंदों में 200 रन बनाये। इससे पहले यह रिकार्ड वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के नाम था जिन्होंने 138 गेंदों पर दोहरा शतक लगाया था।
									
										
										
								
																	
किशन ने कहा कि वह अगले साल भारत में होने वाले 50 ओवरों के विश्व कप के लिए एकादश में बने रहना चाहते हैं तो उन्हें अभी भी बहुत काम करना है।आईसीसी ने किशन के हवाले से कहा, मुझे नहीं पता, मैं इन चीजों के बारे में नहीं सोचता। मैं बात नहीं करना चाहता। "मैं अपने बल्ले को बात करने देना चाहता हूं। मेरे लिए जगह है या नहीं।"
									
											
							                     
							
							
			        							
								
																	सलामी बल्लेबाजी में भारत के पास हैं पहले से ही बहुत विकल्प
वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों की बात आती है तो भारत के पास कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी शिखर धवन और केएल राहुल के साथ शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने की क्षमता है। ऐसे में इशान को मजबूत बल्लेबाजी क्रम में एक अलग रास्ता खोजना पड़ सकता है और आत्मविश्वास से भरे बाएं हाथ के बल्लेबाज को पता है कि उनके पास समय है क्योंकि उन्होंने अपने देश के लिए सिर्फ 10 एकदिवसीय मैच खेले हैं।फिलहाल ईशान 13 तारीख से शुरु होने वाले रणजी मैच के लिए अपनी टीम झारखंड से जुड़ गए हैं।
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	इशान की इस पारी से कोच राहुल द्रविड़ बहुत खुश थे। वह यह भी जानते हैं कि वह हर किसी को मौका नहीं दे सकते जो खेलना चाहता है, क्योंकि हमारे पास पहले से ही इतनी अच्छी टीम है।"स्टाइलिश बल्लेबाज ने कहा,“ 36 वें ओवर में आउट होने पर मुझे अब भी लगता है कि उस समय 15 ओवर बाकी थे और मैं 300 रन भी बना सकता था। बल्लेबाजी के लिए विकेट बहुत अच्छा था और मेरा इरादा बहुत स्पष्ट था।”
									
										
										
								
																	
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे दर्जे की टीम में रहते हुए उन्होंने अपन घरेलू मैदान रांची में ही 93 रन बनाए थे। ईशान का डर वाजिब है क्योंकि टेस्ट में 300 रन बनाने के बाद भी करूण नायर ड्रॉप हो चुके हैं।फिलहाल ईशान 13 तारीख से शुरु होने वाले रणजी मैच के लिए अपनी टीम झारखंड से जुड़ गए हैं।