कानपुर टेस्ट रोमांचक अंदाज में ड्रॉ हो गया है अब नजरें मुंबई टेस्ट पर जा टिकी हैं। मुंबई टेस्ट में भारत की बल्लेबाजी में एक नाम और जुड़ने वाला है, वह हैं कप्तान विराट कोहली। उनके आने से एक बात तो तय है कि कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट की जो टीम खेली गई वह मुंबई में नहीं दिखेगी।
अब वह कौन सा बल्लेबाज होगा इस पर टीम मैनेजमेंट ने अब तक चुप्पी साध रखी है। खासकर बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ के बयान के बाद तो यह बात स्पष्ट होती है कि बुरे फॉर्म से गुजर रहे दो सीनियर बल्लेबाजों को भी टीम में वापस जगह मिल सकती है।
इतना तो तय है कि विराट कोहली के आगमन के बाद इन 3 बल्लेबाजों में से कोई एक नाम मुंबई टेस्ट की अंति ग्यारह से बाहर होगा।
1) चेतेश्वर पुजारा:- अगर किसी बल्लेबाज के बाहर निकलने की सबसे ज्यादा संभावना है तो वह बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ही हैं। 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से पुजारा के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है और उनकी औसत 28.61 की रही है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उन्होंने कई अहम पारियां ज़रूर खेली लेकिन पूरी तरह अपनी लय प्राप्त नहीं कर पाए। इसी के कारण इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट महज़ 36.1 का रहा है। कानपुर टेस्ट में उन्होंने क्रमशः 26 और 22 रन बनाए।
इस साल चेतेश्वर पुजारा सिर्फ 2 अर्धशतक अपने नाम कर चुके हैं। लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उनकी रैंकिंग घटकर 15 तक आ गई है। उनसे आगे तो भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत हैं।
2) अजिंक्य रहाणे:-अजिंक्य रहाणे पर भी अगले टेस्ट में गाज गिर सकती है। पिछले 16 टेस्ट मैचों में बॉक्सिंग डे टेस्ट में शतक के साथ रहाणे की औसत 24.39 की रही है। इस मैच में 35 और 4 रनों की पारियां खेलने के बाद उनके करियर की औसत गिरकर 40 से नीचे चली गई है। घरेलू परिस्थितियों में उन्होंने 35.73 के औसत से रन बनाए हैं।
अजिंक्य रहाणे पहले टेस्ट के कप्तान और इस सीरीज के उपकप्तान हैं। शायद इस कारण उनकी जगह मुंबई में होने वाले टेस्ट के लिए बच जाए। वहीं उनका गिरता हुआ औसत चेतेश्वर पुजारा (30 से नीचे) की औसत से बेहतर इस कारण भी वह बच सकते हैं। हालांकि आने वाले समय में उनके स्थान पर भी सवालिया निशान जरूर उठेगा।
3)मयंक अग्रवाल:- अगर दो बड़े नामों को टीम मैनेजमैंट हर हाल में बचाना चाहता है तो फिर मयंक अग्रवाल पर भी गाज गिर सकती है। उन्होंने कानपुर टेस्ट में कुछ खास कमाल नहीं किया है। दोनों पारियों में वह 13 और 17 रन बनाकर पहले विकेट के पीछे और फिर स्लिप्स में लपके गए।
उनके बाहर बैठने के बाद टीम इंडिया को अपना बल्लेबाजी क्रम फिर से बदलना पड़ेगा। इस कारण शायद वह बच जाएं। अगर मयंक अग्रवाल बाहर बैठते हैं तो पहले टेस्ट की पहली और दूसरी पारी में शतक और अर्धशतक पारियां खेलने वाले श्रेयस अय्यर को शुभमन गिल के साथ पारी की शुरुआत करने को कहा जा सकता है।
इसकी संभावना कम ही सही पर है जरूर क्योंकि पहले टेस्ट में श्रेयस अय्यर ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी जो विराट कोहली का पसंदीदा स्थान है। विराट जब बतौर कप्तान आएंगे तो चाहेंगे उस ही स्थान पर वह बल्लेबाजी के लिए उतरे।