नई दिल्ली। 'सिक्सर किंग' कहे जाने वाले टीम इंडिया के धाकड़ और स्टाइलिश खिलाड़ी युवराज सिंह का श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 टीम में चयन नहीं हुआ है। युवराज सिंह, मोहम्मद शमी, आर. अश्विन, रवीन्द्र जडेजा और उमेश यादव को आगामी वनडे सीरीज और एकमात्र टी-20 के लिए टीम में जगह नहीं दी गई।
वनडे टीम में युवराज सिंह को जगह न मिलने पर गौतम गंभीर ने बेबाकी से अपनी राय रखी है। उनका कहना है कि युवराज सिंह के लिए ये कहना सही नहीं है कि उन्हें रेस्ट दिया गया है बल्कि उनकी टीम में वापसी ही मुश्किल है। युवराज के टीम में वापसी को लेकर गंभीर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि 'आराम' शब्द युवराज सिंह के लिए सही है।
हाल ही में ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में गौतम गंभीर ने बताया कि उन्हें क्यों लगता कि युवराज सिंह निकट भविष्य में टीम इंडिया में जगह नहीं बना पाएंगे। गंभीर ने कहा कि उम्मीद है कि कोच, सिलेक्टर और कप्तान ने युवराज से बातचीत की हो और उन्हें सही सलाह दी हो।
उन्होंने कहा कि आप मीडिया से जो भी कहना चाहते हो कह सकते हो लेकिन खिलाड़ी को आपको एकदम सही राय देनी चाहिए। मुझे नहीं लगता कि आराम देना सही शब्द है, क्योंकि उन्होंने क्रिकेट काफी दिनों से नहीं खेली है और वे खेलना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि अगर आप उन्हें वर्ल्ड कप में देखना चाहते हैं तो उन्हें ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए। आपको उन्हें लय में आने के लिए मौका देना चाहिए। आप युवराज को एक सीरीज में आराम देते हुए एक सीरीज में नहीं खिला सकते। सभी चीजों को देखते हुए युवराज का वापसी करना कठिन नजर आ रहा है। यहां से युवराज सिंह की वापसी की उम्मीद करना काफी कठिन नजर आता है। इस समय टीम इंडिया में कुछ बेहतरीन युवा खिलाड़ी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। ऐसे में युवराज को टीम में जगह बनाने के लिए कुछ हटकर करने की जरूरत होगी।
गौतम गंभीर ने एमएस धोनी के बारे में भी अपनी राय व्यक्त की और स्पष्ट कर दिया कि किसी खिलाड़ी ने अतीत में कैसा प्रदर्शन किया है, ये मायने नहीं रखता। गौरतलब है कि गंभीर भी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट साल 2016 में खेला था।
गंभीर ने कहा कि आपने पूर्व में अच्छा प्रदर्शन किया होगा, लेकिन अब वो भूतकाल है। टीम में बने रहने के लिए आपको लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। खासकर तब, जब दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ी टीम में आने के लिए तैयार हैं। उनको जब भी मौका मिला है, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन किया गया था। युवराज और कार्तिक जो जून से ही भारतीय टीम से जुड़े हुए थे उन्हें मौका नहीं मिला। बाद में चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने स्पष्ट किया कि युवराज सिंह को ड्रॉप नहीं किया गया है बल्कि उन्हें आराम दिया गया है। एमएसके प्रसाद ने ये भी कहा कि युवराज सिंह को नई पॉलिसी के तहत आराम दिया गया है।
हालांकि गंभीर इससे इत्तेफाक नहीं रखते। युवराज सिंह काफी समय से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में वे टीम का हिस्सा थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भी उन्हें टीम में शामिल किया गया था। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में उनको चुने जाने की पूरी उम्मीद थी लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला।
गंभीर का मानना है कि युवराज सिंह को मैसेज दे दिया गया है कि टीम में उनकी जगह नहीं बनती है। एमएमसके प्रसाद का कहना है कि युवराज सिंह के लिए 2019 वर्ल्ड कप के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं लेकिन उन्हें कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। 2019 वर्ल्ड कप तक युवराज सिंह 38 साल तक हो जाएंगे, ऐसे में लगता नहीं कि वो टीम में वापसी कर पाएंगे।
गंभीर को ये चीज अच्छी तरह पता है कि 30 से ज्यादा उम्र होने पर वापसी कतई आसान नहीं होती है लेकिन युवराज सिंह की बात कुछ और है। वे कमबैक करने में माहिर हैं और ऐसा वे करके दिखा चुके हैं। (एजेंसी)