नई दिल्ली। भारत को 2 विश्व कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बाएं हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज गौतम गंभीर ने रविवार को अपना आखिरी मैच खेलकर क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कह दिया।
37 वर्षीय गंभीर ने अपने घरेलू फिरोजशाह कोटला मैदान में आंध्र के खिलाफ अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच खेलकर क्रिकेट को अलविदा कह दिया। दिल्ली की टीम खराब रोशनी के कारण ड्रॉ समाप्त हुए इस मैच में गंभीर को विजयी विदाई तो नहीं दे सकी लेकिन बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी आखिरी पारी में 112 रन बनाकर यादगार विदाई ली।
किसी भी क्रिकेटर के करियर में ऐसा बहुत कम होता है, जब वह अपनी आखिरी पारी में शतक बनाए। गंभीर दिल्ली की दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे थे। इस तरह उनकी आखिरी पारी 112 रनों की ही रही। गंभीर जब अपनी आखिरी पारी खेलने उतरे थे तो उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' पेश किया गया था।
राजधानी के चांद खन्ना क्रिकेट क्लब से अपने करियर की शुरुआती क्रिकेट खेलने वाले गंभीर ने तीनों फॉर्मेट में 748 मैचों में कुल 31,632 रन बनाए जिनमें 64 शतक और 181 अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 198 प्रथम श्रेणी मैचों में 15,153 रन, 299 लिस्ट 'ए' मैचों में 10,077 रन और 251 ट्वंटी-20 मैचों में 6,402 रन बनाए।
उन्होंने प्रथम श्रेणी में 43 और लिस्ट 'ए' मैचों में 21 शतक बनाए। उनके बल्ले से ट्वंटी-20 में कोई शतक नहीं निकला। उन्होंने प्रथम श्रेणी में 68, लिस्ट 'ए' में 60 और ट्वंटी-20 में 53 अर्द्धशतक बनाए।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 ट्वंटी-20 मैच खेले और इन मैचों में उन्होंने क्रमशः 4154, 5238 और 932 रन बनाए। उनका टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर 206, वनडे में नाबाद 150 और ट्वंटी-20 में 75 रन रहा। (वार्ता)