ग्रेटर नोएडा। रवींद्र जडेजा (पांच विकेट) और कर्ण शर्मा (तीन विकेट) की दमदार गेंदबाजी के सामने
शिखर धवन और युवराज सिंह जैसे सितारों से सजी इंडिया रेड ने दुलीप ट्रॉफी फाइनल के आखिरी दिन बुधवार को यहां पूरी तरह समर्पण कर दिया और इस एकतरफा मुकाबले में इंडिया ब्लू 355 रन की शानदार जीत के साथ खिताब कब्जाने में कामयाब रही।
भारतीय टीम में लगातार नजरअंदाज किए जा रहे गौतम गंभीर की कप्तानी वाली इंडिया ब्लू ने मैच के आखिरी दिन टीम रेड के सामने जीत के लिए 517 रन का विशाल लक्ष्य रखा था, लेकिन इंडिया रेड स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद अपनी दूसरी पारी में 44.1 ओवर में 161 रन बनाकर ढेर हो गई।
बड़े लक्ष्य के सामने इंडिया रेड के बल्लेबाजों ने कोई खास संघर्ष नहीं दिखाया और मध्यक्रम के बल्लेबाज गुरकीरत सिंह ही 39 रन की बड़ी पारी खेल सके जबकि चार बल्लेबाज शून्य पर पैवेलियन लौटे। ओपनर अभिनव मुकुंद के आते ही रिटायर्ड हर्ट होने के बाद शिखर से कुछ उम्मीदें थीं, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में खराब फार्म के बावजूद जगह बरकरार रखने वाले धवन ने 29 रन ही बनाए।
शिखर ने 50 गेंदों में तीन चौके लगाए और परवेज रसूल की गेंद पर गंभीर ने उन्हें कैच कर पैवेलियन भेज दिया। ऑलराउंडर और कप्तान युवराज सिंह भी अपवाद साबित नहीं हुए और 21 रन ही बना सके। उन्हें जडेजा ने आउट किया।
सुदीप चटर्जी ने 14 रन, टेस्ट टीम से बाहर किए गए स्टुअर्ट बिन्नी शून्य, लेग स्पिनर अमित मिश्रा शून्य और प्रदीप सांगवान शून्य पर आउट हुए। (वार्ता)