नई दिल्ली: भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले तीसरे टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन के साथ अपनी साहसिक साझेदारी को याद करते हुए कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि यह साझेदारी इतनी बड़ी उपलब्धि बन जायेगी।
हनुमा ने कहा, 'हमें नहीं पता था कि हम क्या करेंगे। हमें नहीं पता था कि ऑस्ट्रेलिया जैसी आक्रामक गेंदबाजी के खिलाफ ऐसी साझेदारी करना इतनी बड़ी उपलब्धि होगी। हमने मुश्किल परिस्थितियों में लगभग 42 ओवर तक बल्लेबाजी की।'
उन्होंने कहा, 'हमने टेस्ट के पांचवें दिन क्रीज पर ऑस्ट्रेलिया की आक्रामक गेंदबाजी के खिलाफ संभल कर खेलने का प्रयास किया। इससे मुझे मदद मिली, क्योंकि मुझे पता था कि मैं चोटिल हूं और दौड़ नहीं सकता। मेरा मकसद केवल उस परिस्थिति में बल्लेबाजी करते हुए समय लेना और ओवरों को कम करना था जो मैंने किया और खेल में टीम की वापसी को सुनिश्चित किया। टीम में अपनी जगह के लिए खेलने का मेरा कोई इरादा नहीं था। मैं केवल खेल की परिस्थिति के मुताबिक बल्लेबाजी कर रहा था।'
हनुमा ने बुधवार को स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'फोलो द ब्लूज' में कहा, 'मैच के बीच टी ब्रेक में मैंने महसूस किया कि इस पारी के लिए मैं टीम का आभारी हूं, क्योंकि टीम ने शुरुआती मैचों में मुझ पर भरोसा जताया और तीसरे मैच में भी मुझे खेलने का मौका दिया। इसके लिए मैं बेहद खुश था और मैंने टीम की उम्मीदों पर खरा होकर दिखाया। अश्विन और मैं मैदान पर तीन या चार भाषाओं में बात करते हैं। मैदान और मैदान के बाहर अश्विन और मेरा तालमेल अच्छा रहता है, लेकिन उनके साथ रन के मामले में नहीं, बल्कि गेंदाें के मामले में साझेदारी बनाना एक अच्छा अनुभव था। वह एक छोर से ऑफ स्पिनर नाथन लियोन को बहुत आराम से खेल रहे थे, जिससे कुछ हद तक चीजें आसान हो गईं। मैं तेज गेंदबाजों को आराम से खेल रहा था तो तालमेल अच्छा बना।'(वार्ता)