हरभजन ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, “ सबसे पहले यह पूछना चाहूंगा कि बधिरों के लिए कोई नीति क्यों नहीं है। बधिर होने से प्रतिभा दूर नहीं होती है। दूसरी बात मलिका को वह मिलना चाहिए जिसका उन्हें वादा किया गया था। मैं पंजाब और केंद्र सरकार के खेल मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह करता हूं। ”Firstly why is there no policy for the hearing impaired?? Being deaf doesnt take away talent. Secondly she should get what was promised for her achievement ..I urge sports minister punjab and India to look after this matter @PargatSOfficial @ianuragthakur https://t.co/9FZAJw2ArQ
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) January 2, 2022
उल्लेखनीय है कि मलिका सात बार की राष्ट्रीय शतरंज चैंपियन हैं। उन्होंने एशियाई और विश्व चैंपियनशिप में छह पदक जीते हैं। समझा जाता है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल के दौरान मलिका को नौकरी और नकद पुरस्कार देने का वादा किया गया था।(वार्ता)I am very feeling Hurt
— Malika Handa (@MalikaHanda) January 2, 2022
31 dec I met sports minister of Punjab @PargatSOfficial
Now He said punjab Govt can not give job and Not cash award accept to (Deaf sports) because they do not have policy for deaf sports.
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