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पंड्या ने कहा, भारत के लिए मैच खत्म कर सकता हूं

हमें फॉलो करें पंड्या ने कहा, भारत के लिए मैच खत्म कर सकता हूं
, बुधवार, 5 जुलाई 2017 (18:24 IST)
किंगस्टन (जमैका)। वेस्टइंडीज के खिलाफ कल पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में बेखौफ क्रिकेट खेलने का वादा करते हुए हार्दिक पंड्या ने कहा कि पिछले मैच में विफल रहने के बावजूद उन्हें यकीन है कि वह भारत के लिए फिनिशर की भूमिका निभाएंगे। भारत को जब 31 गेंद में 29 रन की दरकार थी तब पंड्या (21 गेंद में 20 रन) पैवेलियन लौट गए और भारत को अंतत: 11 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी 114 गेंद में 54 रन की बेहद धीमी पारी खेली। धोनी के साथ साझेदारी के बारे में पूछने पर पंड्या ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि वे 190 रन के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।
 
पंड्या ने सबीना पार्क में कहा, ईमानदारी से कहूं तो धोनी के साथ बातचीत काफी सामान्य थी। हम दोनों के पास जो क्षमता है, उससे हम पारी को आगे बढ़ाना चाहते थे और फिर लक्ष्य हासिल करते। अधिकांश समय हम 29 गेंद में 31 रन बना लेते लेकिन हम मैच खत्म नहीं कर पाए। मैं टीम के लिए मैच खत्म करने के लिए स्वयं का समर्थन करता हूं और ये सभी चीजें सीखने का हिस्सा हैं।
 
उन्होंने कहा, अंतिम मैच में हम बिना किसी डर के खेलेंगे। पिछला मैच उन मैचों में से था, जब चीजें आपके पक्ष में नहीं होतीं। चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में रवींद्र जडेजा के साथ गलतफहमी का शिकार होने के बाद रन आउट होने से पहले पंड्या अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और इस ऑलराउंडर ने कहा कि वह नाराज थे लेकिन इससे उबरने में अधिक समय नहीं लगा। पंड्या ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो सिर्फ तीन मिनट लगे। यह सिर्फ त्वरित प्रतिक्रिया थी। मुझे तेजी से गुस्सा आ गया और कुछ मिनट बाद मैं ड्रेसिंग रूम में हंस रहा था। मुझे देखकर कुछ और खिलाड़ी भी हंस रहे थे। 
 
पंड्या ने कहा कि आईपीएल में मुंबई इंडियंस टीम के अपने साथियों के कारण उन्हें वेस्टइंडीज आने से पहले ही कैरेबिया की परिस्थितियों की जानकारी थी। उन्होंने कहा, मैं कई नामों (कीरोन पोलार्ड और लेंडल सिमंस जो वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं) के काफी करीब हूं। सबसे पहले मैंने पोलार्ड को फोन किया। मैंने उनसे पिचों और हालात के बारे में पूछा। उनके खिलाफ खेलना अच्छा होगा। पंड्या को बड़े छक्के जड़ने के लिए जाना जाता है, लेकिन मैच की स्थिति के अनुसार, उन्होंने धैर्यपूर्ण पारियां भी खेली हैं। पंड्या के अनुसार, कप्तान विराट कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव से निपटने में उनकी मदद की है।
 
पंड्या ने कहा, उसने काफी मदद की। मुझे याद है कि जब मैंने इंग्लैंड के खिलाफ 43 गेंद में 40 रन बनाकर मैच खत्म किया तो उस दिन विराट ने मुझे कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कॉपी-पेस्ट की तरह है और आपको अपने प्रदर्शन को दोहराना होगा। मैं इन सभी चीजों को दिमाग में रखता हूं। खिलाड़ियों पर उसका काफी प्रभाव है। (भाषा)


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