इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट के लिए भारतीय टीम में कवर के तौर पर शामिल किए गए युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा (Harshit Rana) को टीम प्रबंधन ने बुधवार को रिलीज (टीम से अलग करना) कर दिया। राणा ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दो टेस्ट मैच खेले थे। वह इंग्लैंड दौरे पर भारत ए टीम का हिस्सा थे लेकिन कैंटरबरी में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट में ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाए। उन्होंने 27 ओवर में 99 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया, हर्षित राणा को टीम से रिलीज कर दिया गया है। वह दो जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम के साथ बर्मिंघम नहीं आए हैं।
दिल्ली के 23 साल के हर्षित को मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का शिष्य माना जाता है। वह गेंद को पिच पर पूरी ताकत के साथ टप्पा खिलाने के लिए जाने जाते है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में पर्थ के मैदान पर अपनी ऑफ कटर गेंद से ट्रेविस हेड को चकमा देकर सुर्खियां बटोरी थी।
समय के साथ हालांकि यह स्पष्ट हो गया है कि शीर्ष स्तर पर लाल गेंद के मैचों को खेलने के लिए उन्हें अपनी गेंदबाजी में और सुधार करना होगा।
इंग्लैंड की परिस्थितियों में मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) और अंशुल कंबोज (Anshul Kamboj) को हर्षित से बेहतर गेंदबाज माना जा रहा है लेकिन इन दोनों की जगह कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के इस गेंदबाज को तरजीह मिलने पर सवाल भी उठे थे।
गंभीर ने मंगलवार को पहले टेस्ट मैच में भारत की हार के बाद कहा था, हर्षित राणा को लेकर मैं चयन समिति के अध्यक्ष से चर्चा करूंगा। कुछ छोटी-मोटी परेशानियों के कारण उन्हें रोका गया था। अब सब कुछ ठीक है। मैं चर्चा करूंगा और फिर हम उस पर निर्णय लेंगे। (भाषा)