साल 2018 में अफगानिस्तान टीम ने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। बैंगलूरू में खेले गए इस टेस्ट में अफगानिस्तान महज दो दिन के भीतर ही भारत से हार गई थी। यही नहीं जिम्बाब्वे के विरूद्ध भी हाल ही में अबू धाबी में चल रही सीरीज के दौरान अफगानिस्तान दो दिन में दो बार टेस्ट हारने वाली टीम बनी।
लेकिन दूसरे टेस्ट से तस्वीर बदली और अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को मुस्कुराने का मौका मिला। अफगानिस्तान टीम के हशमतुल्लाह शाहिदी अफगानिस्तान की ओर से दोहरा शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। 3 साल पहले टेस्ट सफर शुरु करने वाली अफगानिस्तान के लिए यह बड़ी खुशखबरी है।
जिमबाब्वे से चल रहे दूसरे टेस्ट में अफगानिस्तान के पहले दिन का स्कोर 3 विकेट पर 307 रन था। क्रिस पर अजगर अफगान और शाहिदी मौजूद थे। अजगर अफगान अपना शतक पहले दिन की पूरा कर चुके थे। वहीं शाहिदी को शतक का इंतजार था।
शाहिदी ने ज्यादा इंतजार नहीं किया और अपना शतक बना लिया। दोनों के बीच साझेदारी पनपती ही चली जा रही थी। इस बीच अजगर अफगान ने 150 रनों का आंकड़ा पूरा किया। पाकिस्तान मूल के सिकंदर रजा ने उनको 164 रनों पर आउट कर दिया नहीं तो आज पहले दोहरा शतक का रिकॉर्ड अजगर के हाथों होता। अजगर और शाहिदी के बीच मं 307 रनों की साझेदारी रही।
चायकाल के बाद शाहिदी ने दोहरा शतक जमाकर अफगानिस्तान की ओर से इतिहास लिख दिया और खुद को अपने देश की ओर से पहला दोहरा शतक लगाने वालों की फहरिस्त में शामिल कर लिया।
टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहला दोहरा शतक साल 1884 में बिल्ली मर्डोक ने लगाया था। इंग्लैंड की ओर से पहला दोहरा शतक साल 1903 में टिप फॉस्टर ने लगाया था। साल 1910 में ऑबर्ले फॉकनर ने दक्षिण अफ्रीका टीम की ओर से यह कारनाम किया।
वेसटइंडीज की ओर से क्लिफॉर्ड रोच ने साल 1930 में पहली बार दोहरा शतक जमाया। न्यूजीलैंड की ओर से मार्टिन डॉनिली ने साल 1949 में पहली डबल सेंचुरी लगाई।
इमतियाज अहमद पाकिस्तान की ओर से पहले बल्लेबाज बने जिन्होंने 1955 में दोहरा शतक जमाया। भारत के पॉली उमीगर ने इस ही साल यह गौरव अपनी टीम के लिए प्राप्त किया और दोहरा शतक जड़ा।
श्रीलंका के ब्रेंडन कूरूपू ने साल 1987 में दोहरा शतक जड़ा। जिम्बाब्वे टीम के डेव हॉटन ने साल 1994 में दोहरा शतक लगाया। बांग्लादेश की टीम के विकेटकीपर मुशफिकिर रहीम ने साल 2013 में दोहरा शतक लगया, और आज अफगानिस्तान की ओर से साल 2021 में हशमतुल्लाह शाहिदी ने यह मकाम हासिल किया।
यही नहीं शाहिदी का विकेट लेने में कोई भी जिम्बाब्वे का गेंदबाज नाकाम रहा। शाहिदी ने 443 गेंदो में 21 चौके और 1 छक्के के साथ 200 रनों की नाबाद पारी खेली। अफगानिस्तान ने 545 रनों के स्कोर पर 4 विकेट गंवाने के बाद पारी घोषित कर दी। (वेबदुनिया डेस्क)