साल 2014-15 में फिलिप ह्यूज की मौत से समूचा विश्व क्रिकेट शोक में था।पच्चीस वर्षीय ह्यूज की सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर दक्षिण ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच मैच के दौरान सीन एबट की बाउंसर सिर में लगने के दो दिन बाद 27 नवंबर को मौत हो गई थी।
ऐसा ही एक हादसा पुणे के जुन्नार तहसील में देखा गया है जहां एक 47 वर्षीय बल्लेबाज की मैच के दौरान ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक मृत व्यक्ति का नाम बाबूलाल नलावड़े बताया जा रहा है।
एक लोकल क्रिकेट मैच के दौरान नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बाबूलाल नलावड़े अचानक से गिर पड़े। पुलिस सुत्रों के मुताबिक उन्हें जल्द ही एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमोर्टम रिपोर्ट में यह सूचना मिली की उनको दिल का दौरा पड़ा था।
पुणे की यह घटना दिल तोड़ देने वाली है और इसका वीडियो कई जगह वायरल हुआ है। ऐसा क्रिकेट के मैदान पर कई बार देखा गया है जब खिलाड़ी की मृत्यू मैदान पर ही हो जाती है।
1998 में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते फील्डिंग के दौरान भारत के रमन लांबा के सिर में गेंद लगी थी। इससे उनकी मौत हो गई थी। बांग्लादेश में रमन लांबा जब पाइंट की दिशा में क्षेत्ररक्षण कर रहे थे, तब उनके भी सिर पर (बल्लेबाज के द्वारा शॉट खेलने पर) गेंद लगी थी और वे कोमा में चले गए थे।
पाकिस्तान के क्रिकेटर अब्दुल अजीज की सीने में गेंद लगने से अस्पताल ले जाते समय उनकी भी मौत हो गई थी। वैसे ही जिस असाधारण चोट ने ह्यूज की जान ली वह इससे पहले एक अन्य क्रिकेटर को भी अपना शिकार बना चुकी थी।यह घटना 27 साल पहले हुई थी, जब यहां ट्रेनिंग सत्र के दौरान एक अन्य खिलाड़ी की मौत हो गई थी। (वेबदुनिया डेस्क)