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भारत की जीत के बाद पिच पर किया 'टोटका'?

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सीमान्त सुवीर

, मंगलवार, 11 अक्टूबर 2016 (23:56 IST)
इंदौर। भारत ने न्यूजीलैंड को तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में रिकॉर्ड 321 रनों से हराकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज पर 3-0 से हराकर चौथे दिन ही जीत ली। मैच के बाद 'मेन पिच' पर हार डला हुआ था और अगरबत्ती भी जल रही थी। यह पूजा पिच क्यूरेटर समंदरसिंह चौहान ने खुद की थी। पिच पर हार डला हुआ था और लोगों में जिज्ञासा थी कि आखिर मेन पिच पर हार का राज क्या है? क्या समंदर ने भारत की जीत पर विकेट को यह हार पहनाया या फिर मैच बिना बारिश के सम्पन्न हो गया इसलिए धरती मां की पूजा की? या फिर विराट कोहली की रिकॉर्ड जीत पर हार चढ़ाकर विकेट का शुक्रिया अदा किया गया?
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के होलकर स्टेडियम पर भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद मेन विकेट पर चढ़ा यह हार कौतूहल का विषय बना हुआ था। बहुत से लोग दूर से हार और अगरबत्ती को जलता हुआ देख रहे थे? आखिरकार मुझसे भी नहीं रहा गया और पहले नजदीक से फोटो लिया और इसके बाद हार चढ़ाने का राज जानने के लिए पिच क्यूरेटर समंदरसिंह चौहान की तरफ सवाल उछाला?
 
भारत की जीत से गद्‍गद्‍ समंदरसिंह ने कहा कि 'हार चढ़ाने का कोई राज नहीं है और न ही यह भारत की रिकॉर्ड जीत के लिए चढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि विजयादशमी के पर्व पर जैसे दूसरे लोग शस्त्र पूजा करते हैं, वैसे ही हम लोग मैदान की पूजा करते हैं। आज यदि मैच खत्म भी नहीं होता तो भी हम स्टंम्प्स उखड़ने के बाद पिच की पूजा करते। चूंकि मैच समाप्त हो चुका था, सारे खिलाड़ी जा चुके थे, तब हमारे ग्राउंड स्टाफ की तरफ से मैंने पिच पर हार डाला और अगरबत्ती जलाकर पूजा की। 
 
तीसरे टेस्ट पिच क्यूरेटर के अनुसार यह कोई 'टोटका' नहीं है। हम हर साल विजयादशमी पर मैदान की पूजा करते ही आए हैं। चूंकि टेस्ट मैच चल रहा था, लिहाजा यह मीडिया की नजरों में आ गया। समंदरसिंह के अनुसार इंदौर में जितने भी खिलाड़ी हैं और जिस खेल को खेलते हैं, वे विजयादशमी के दिन जरूर मैदान की पूजा करते हैं। यह आस्था अकेले मुझमें नहीं बल्कि सारी खेल बिरादरी में है। 

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