नई दिल्ली। आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी परिषद के अधिकारी स्टीव रिचर्डसन ने पिछले साल आज ही के दिन सिनेमन ग्रैंड होटल के नौवें तल के एग्जीक्यूटिव लाउज में नाश्ता करने का फैसला किया था जिसके कारण वह श्रीलंका में ईस्टर के दौरान हुए बम धमकों से बच गए थे।
श्रीलंका क्रिकेट से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए रिचर्डसन अपने साथियों के साथ श्रीलंका में थे और कोलंबो के होटल के नौवें तल पर रह रहे थे। यह होटल उन छह स्थानों में से एक था जहां श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में सैकड़ों लोग घायल हुए थे और कई लोगों की जान गई थी।
‘स्टफ.को.एनजेड’ ने रिचर्डसन के हवाले से कहा, ‘श्रीलंका क्रिकेट की लंबे समय से चली आ रही जांच के सिलसिले में हम श्रीलंका में थे।’ रिर्चडसन ने बताया कि वह हफ्तों से उस होटल में थे और उस दिन उन्होंने नाश्ते के लिए नीचे नहीं जाने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने नीचे नहीं जाने का फैसला किया क्योंकि लंबी लाइन के कारण काफी समय लग सकता था।’ रिचर्डसन को उस समय कोई जानकारी नहीं थी कि एक आत्मघाती हमलावर बेसमेंट में टेपरोबेन रेस्टोरेंट में धमाका करने की तैयारी कर रहा था।
उन्होंने कहा, ‘मैं खाना लेने उठा और टेबल की ओर वापस लौट रहा था और तभी जोरदार धमाका हुआ। इससे इमारत हिल गई। धुएं का गुब्बारा नजर आया। धमाका हमारे ठीक नीचे हुआ था। मैंने खिड़की से नीचे देखा कि तरणताल के ट्रेनर ने अपने कान हाथों से बंद किए हुए थे।’
रिचर्डसन ने कहा, ‘हम इस बात को लेकर चिंतित थे कि धमाका इतना तेज था कि शायद यह पूरी इमारत को ध्वस्त कर देता। आप उम्मीद करते हैं कि इमारत नहीं ढहेगी लेकिन मेरा दिमाग 11 सितंबर की घटना को सोचने लगा था।’ उन्होंने साथ ही बताया कि किस तरह घायलों को रिक्शा, कार या जो भी चीज उपलब्ध थी उसमें अस्पताल भेजा गया। (भाषा)