माउंट मानगनुई। पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन और युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की कप्तानी में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के साथ अपराजित रहकर फाइनल में पहुंची भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार को ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ खिताब पाने उतरेगी।
भारतीय अंडर-19 टीम के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अब तक जिस तरह का प्रदर्शन किया है उसके बाद वह खिताब की प्रबल दावेदारों में गिनी जा रही है। भारत ने पाकिस्तान को सेमीफाइनल में 203 रन के बड़े अंतर से हराकर फाइनल में जगह बनाई है जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को 6 विकेट से पराजित किया था।
युवा टीम इंडिया ने लीग चरण सहित टूर्नामेंट में सभी पांचों मैच जीते हैं और वह अपराजित रहकर फाइनल में पहुंची है। उसने अपने पहले ही लीग चरण मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 100 रन से हराया था और अब एक बार फिर उससे इसी प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद की जा रही है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से भरी इस टीम की खासियत उसका हरफनमौला खेल है और उसने अभी तक गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में कमाल किया है।
पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम ने अपना बेहतरीन क्षेत्ररक्षण दिखाते हुए चिर प्रतिद्वंद्वी टीम को मात्र 69 रनों पर ढेर कर दिया था, जो आईसीसी अंडर-19 विश्व कप इतिहास में ही किसी टीम का सबसे कम स्कोर है। बल्लेबाजों में शुभम गिल, ओपनर एवं कप्तान पृथ्वी, मंजोत कालरा, हार्विक देसाई का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है तो गेंदबाजों में शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी, अंकुल रॉय पर सभी की निगाहें लगी हैं।
भारतीय टीम भले ही अपराजेय क्रम और ऊंचे मनोबल के साथ खिताबी मुकाबले में उतर रही हो लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ काफी सतर्कता बरतनी होगी, क्योंकि ये दोनों ही टीम अंडर-19 विश्व कप की सबसे सफल टीमों में हैं और 3-3 बार खिताब पर कब्जा कर चुकी हैं।
भारत ने वर्ष 2000, 2008 और 2012 में खिताब जीता था तो ऑस्ट्रेलिया ने 1988, 2002 और 2010 में खिताब कब्जाया है। पूर्व बल्लेबाज द्रविड़ के कोचिंग में मजबूती से आगे बढ़ रही युवा टीम को लीग के पहले ही मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 100 रनों से मिली बड़ी जीत ने भी आत्मविश्वास दिया है जिसमें टीम के तीनों ओपनरों ने अर्द्धशतक जमाए थे। फिलहाल सभी की निगाहें इन खिलाड़ियों से आखिरी मैच में भी इसी लय के साथ खेलने पर लगी हैं।
टीम के शीर्ष स्कोर शुभम इस समय केंद्रबिंदु में हैं जिन्होंने टूर्नामेंट के 5 मैचों में 170.50 के औसत से 341 रन बनाए हैं जिसमें नाबाद 102 रनों की शानदार पारी शामिल है। पृथ्वी (232 रन), मंजोत (151), हार्विक (110) टीम के मुख्य स्कोरर हैं जबकि गेंदबाजों में अंकुल रॉय 3.65 के इकॉनॉमी रेट से 12 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं।
शिवम मावी 3.77 के इकॉनॉमी रेट से 8 विकेट, नागरकोटि 3.19 के इकॉनॉमी रेट से 7 विकेट के साथ तीसरे अहम गेंदबाज हैं। इसके अलावा अभिषेक शर्मा, अर्शदीप सिंह, ईशान पोरेल भी टीम के मजबूत गेंदबाजों में शामिल है। (वार्ता)