लाहौर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पूर्व अध्यक्ष अहसान मनी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें निर्विरोध इस पद पर अगले तीन वर्षों के कार्यकाल के लिए चुना गया है। अहसान को इस पद पर पहले ही निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद थी।
पीसीबी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उनके अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन ही नहीं भरा और उन्हें बोर्ड ऑफ गवर्नस (बीओजी) के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से चुन लिया। वह नज़म सेठी की जगह लेंगे जिन्होंने इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही गत माह इस्तीफा दे दिया था। बोर्ड की विशेष बैठक की सेवानिवृत्त चुनाव आयुक्त और अंतरिम अध्यक्ष अफजल हैदर ने की।
अहसान ने तुरंत प्रभाव से अपना पदभार संभाल लिया और बीओजी के सदस्यों के साथ बैठक भी की। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान ने अहसान को इस पद के लिए नामित किया था जिसके बाद उनका अध्यक्ष बनना केवल औपचारिकता मात्र थी। अहसान ने 1986 से 1996 के बीच आईसीसी में पीसीबी का प्रतिनिधित्व किया था और 1996 से 2002 के बीच आईसीसी की वित्त एवं विपणन समिति के निदेशक रहे।
वह आईसीसी के लिए मीडिया अधिकारों की बोली में बड़े करार कराने में अपनी भूमिका के लिए काफी चर्चित हुए थे। इसके बाद उन्हें 2003 से 2006 के बीच वैश्विक संस्था का अध्यक्ष भी चुना गया। वह मीडिया अधिकारों के करार के लिए विभिन्न क्रिकेट बोर्डों के साथ सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
लेकिन पीसीबी अध्यक्ष के तौर पर उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती भारत के साथ बीसीसीआई द्वारा रद्द की गई दो द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज़ को लेकर दोनों बोर्डों के बीच चल रही कानूनी लड़ाई की समीक्षा होगी। दोनों बोर्डों के बीच इस मामले पर एक अक्टूबर को आईसीसी के विवाद निस्तारण पैनल पर सुनवाई होनी है।
पीसीबी ने बीसीसीआई पर पाकिस्तान के साथ सीरीज रद्द कराने के लिए 7 करोड़ डॉलर के मुआवजे की मांग की है। यह दो सीरीज 2014 नवंबर और दिसंबर 2015 में होनी थी।