साउथैम्प्टन। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वर्ल्ड कप 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टीम इंडिया 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 224 रन ही बना सकी।
अफगानिस्तान के गेंदबाजों के आगे टीम इंडिया की बल्लेबाजी की कलई खुल गई। अफगानिस्तान के गेंदबाजों के सामने टीम इंडिया के बल्लेबाज रन के लिए तरसते नजर आए। टीम इंडिया के बल्लेबाजों को स्पिन खेलने में माहिर माना जाता है, लेकिन राशिद खान ने अपनी कसी गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को बांधे रखा।
1. बल्लेबाजों के खराब शॉट : टीम इंडिया के बल्लेबाजी में वह चमक नजर नहीं आई, जो पिछले मैचों में नजर आई थी। लोकेश राहुल, विजय शंकर, महेन्द्र सिंह धोनी ने मैच में अपना विकेट थ्रो किया। लोकेश राहुल, विजय शंकर ने रिवर्स स्विप जैसे शॉट लगाते हुए अपने विकेट गंवाए, वहीं अगर धोनी की बात करें तो उन्होंने अपना विकेट थ्रो किया।
2. धोनी की धीमी बल्लेबाजी : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भी अफगानी गेंदबाजों के आगे रनों के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। धोनी ने 52 गेंदों पर सिर्फ 28 रन बनाए। धोनी राशिद खान की गेंद पर स्टम्प आउट हुए।
3. शुरुआती दबाव : अफगानिस्तान के गेंदबाज पूरे मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर हावी दिखाई दिए। रोहित शर्मा का विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया शुरुआत में ही दबाव में आ गई। इससे रनों की गति भी नहीं बढ़ पाई और टीम इंडिया अफगानिस्तान को बड़ा लक्ष्य नहीं दे सकी।
4. तालमेल की कमी : टीम इंडिया के बल्लेबाजों में तालमेल की कमी भी नजर आई। विजय शंकर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया जबकि हार्दिक पांड्या को ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जा सकता था। हार्दिक जब बल्लेबाजी करने आए तब 33 गेंदें ही शेष बची थीं।