नागपुर। 'मैन ऑफ द मैच' ओपनर रोहित शर्मा (125) के धमाकेदार शतक और इससे पहले स्पिनर अक्षर पटेल (38 रन पर तीन विकेट) की जबरदस्त गेंदबाजी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज़ के आखिरी मुकाबले में यहां रविवार को सात विकेट से पीटते हुए सीरीज़ का 4-1 से विजयी समापन किया।
सीरीज़ की जीत के साथ ही भारत ने आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक बनने का 'ताज' हासिल कर लिया। टेस्ट रैंकिंग में भारत पहले ही नंबर एक टीम बनी हुई है। भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को 'मैन ऑफ द सीरीज़' घोषित किया गया और ढाई लाख रुपए का चैक प्रदान किया गया।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम से मिली पिछली हार के बाद पांचवें वनडे में मेजबान भारतीय टीम ने गेंद और बल्ले से हरफनमौला खेल दिखाया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुये 50 ओवर में नौ विकेट पर 242 का स्कोर बनाया, जो भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित नहीं हुआ और मेजबान टीम ने 42.5 ओवर में ही तीन विकेट पर 243 रन बनाते हुए जीत अपने नाम कर ली।
भारतीय टीम के लिए ओपनर अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा ने कमाल की शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 22.3 ओवर में 124 रन की शतकीय साझेदारी की और जीत की नींव रखी। रहाणे ने करियर का 23वां अर्धशतक बनाया और 74 गेंदों में सात चौके लगाकर 61 रन की शानदार पारी खेली और दूसरे छोर पर रोहित का बखूबी साथ दिया, जिन्होंने 109 गेंदों में 11 चौके और पांच छक्के लगाकर 125 रन जड़ दिए।
30 वर्षीय रोहित ने इसी के साथ वनडे करियर का 14वां शतक भी पूरा किया। रहाणे को नाथन कोल्टर नाइल ने पगबाधा कर अपना शिकार बनाया और ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला विकेट भी हासिल किया। लेकिन मेहमान टीम को फिर अपने दूसरे विकेट के लिए 99 रन तक इंतजार करना पड़ा।
जम्पा ने 40वें ओवर की चौथी गेंद पर भारतीय कप्तान को मार्कस स्टोइनिस के हाथों कैच कराकर 227 के स्कोर पर तीसरा विकेट निकाला और विराट मैच को फिनिश करने से चूक गये। उस समय भारत अपनी जीत से मात्र 20 रन ही दूर था।
हालांकि यह काम फिर केदार जाधव और मनीष पांडे ने पूरा किया। जाधव आठ गेंदों में एक चौका लगाकर पांच रन और पांडे 11 गेंदों में दो चौकों के साथ 11 रन बनाकर नाबाद रहे और जीत की औपचारिकता को पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जम्पा ने 59 रन पर दो विकेट और नाथन कोल्टर नाइल ने 42 रन पर एक विकेट हासिल किया।
मैच में इससे पहले भारतीय गेंदबाज़ों ने बेहतर गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट पर 242 रन के स्कोर पर थाम लिया। मेहमान टीम के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उसके बल्लेबाज़ इस बार बेंगलुरू मैच के प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके।
टीम की ओर से ओपनर डेविड वॉर्नर ने 53 रन की सबसे बड़ी पारी खेली जबकि मध्यक्रम में बल्लेबाज़ मार्कस स्टोइनिस ने 46 रन और ट्रेविस हैड ने 42 रन की पारियां खेलते हुये स्थिति को कुछ हद तक संभाला।
भारतीय टीम के गेंदबाज़ों ने बेंगलुरु वनडे में की गई गलतियों को सुधारा और काफी हद तक किफायती गेंदबाजी की, जिसमें इस बार स्पिनरों की भूमिका काफी अहम रही। पिछले मैच में काफी महंगे साबित हुए अक्षर ने इस बार कमाल का प्रदर्शन किया और 10 ओवर में 38 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट निकाले।
अन्य स्पिनरों में चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने 10 ओवर में कोई विकेट नहीं निकाला और 48 रन दिये जबकि केदार ने इतने ही ओवरों में 48 रन पर एक विकेट हासिल किया।
तेज़ गेंदबाजों का प्रदर्शन भी उतना ही दमदार साबित हुआ, जिनमें मध्यम तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को 51 रन पर दो विकेट मिले, भुवनेश्वर कुमार को 40 रन पर एक विकेट और हार्दिक पांड्या को 14 रन पर एक विकेट हाथ लगा।