भारत ने दीपक हुड्डा (41 नाबाद) की विस्फोटक पारी के बाद पदार्पण पर शिवम मावी (22/4) की धारदार गेंदबाजी की बदौलत श्रीलंका को पहले टी20 में मंगलवार को दो रन से मात दी।भारत ने इस रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका के सामने 163 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में श्रीलंका 20 ओवर में 160 रन पर ऑलआउट हो गयी।
हुड्डा ने आधी भारतीय टीम के 94 रन पर पवेलियन लौटने के बाद पारी को संभाला और 23 गेंदों पर ताबड़तोड़ 41 रन बनाये। हुड्डा ने अक्षर पटेल के साथ 35 गेंदों पर 68 रन की विस्फोटक साझेदारी की जिसने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया।
श्रीलंका ने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए 68 रन पर पांच विकेट गंवा दिये, लेकिन कप्तान दसुन शनाका ने 27 गेंदों पर ताबड़तोड़ 45 रन की पारी खेलकर टीम को मैच में बरकरार रखा।पारी के 17वें ओवर में शनाका का विकेट गिरने के बाद भारत की निगाहें जीत पर थीं, हालांकि चमिका करुणारत्ने (23 नाबाद) की बदौलत श्रीलंका ने 19वें ओवर में 16 रन जोड़े और मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच गया।
भारत को आखिरी ओवर में 13 रन की रक्षा करनी थी और कप्तान पांड्या ने यह जिम्मेदारी अक्षर को दी। करुणारत्ने ने ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का जड़ा, लेकिन अक्षर ने आखिरी तीन गेंदों पर सिर्फ दो रन दिये और दो बल्लेबाजों के रनआउट होने के साथ श्रीलंका 160 रन पर सिमट गयी।
भारत ने टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए पहले ओवर में 17 रन जोड़े, हालांकि श्रीलंका ने इसके बाद रनगति पर लगाम कसना शुरू कर दी। महीष तीक्षणा ने तीसरे ओवर में शुभमन गिल को आउट किया, जबकि चमिका करुणारत्ने ने तीन ओवर बाद सूर्यकुमार यादव को पवेलियन भेज दिया।
संजू सैमसन (पांच रन) के आउट होने के बाद ईशान किशन और हार्दिक पांड्या ने पारी को संभाला, हालांकि श्रीलंकाई स्पिनरों ने भारत की रनगति नहीं बढ़ने दी। किशन ने 29 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों के साथ 37 रन बनाये, जबकि पांड्या ने 27 गेंदों पर चार चौकों के साथ 29 रन की पारी खेली।
भारत ने 14 ओवर में केवल 94 रन बनाकर पांच विकेट गंवा दिये, जिसके बाद हुड्डा और अक्षर ने अर्द्धशतकीय साझेदारी करके टीम को संकट से निकाला।
हुड्डा ने 23 गेंदों पर एक चौके और चार छक्कों के साथ 41 रन बनाये, जबकि अक्षर ने 20 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाकर 31 रन का योगदान दिया। दोनों की विस्फोटक बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 61 रन जोड़ते हुए 20 ओवर में 162/5 के स्कोर पर पारी समाप्त की।
श्रीलंका के लिये वानिंदू हसरंगा ने चार ओवर में 22 रन देकर एक विकेट लिया, जबकि महीष तीक्षणा ने चार ओवर में 29 रन देकर एक विकेट हासिल किया। दिलशन मदुशंका, करुणारत्ने और धनन्जय डी सिल्वा को भी एक-एक सफलता हासिल हुई।
भारत ने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य की रक्षा करते हुए शानदार शुरुआत की और शिवम मावी ने पथुम निसांका एवं धनन्जय डी सिल्वा को छोटे स्कोरों पर पवेलियन भेज दिया।
हर्षल पटेल ने अच्छी लय में नजर आ रहे कुसल मेंडिस (28) और भानुका राजपक्षे को आउट किया, जबकि चरित असलंका (12) उमरान मलिक का शिकार हो गये। लगातार विकेट गंवाने के कारण श्रीलंका 13 ओवर में पांच विकेट पर 90 रन ही बना सका।
आखिरी सात ओवरों में 73 रनों की दरकार होने के कारण श्रीलंका ने आक्रामक रुख अपनाते हुए 14वें ओवर में 17 रन बटोरे। मावी ने 15वें ओवर में हसरंगा (21) को आउट कर दिया, लेकिन शनाका ने तेज बल्लेबाजी जारी रखते हुए 16वें ओवर में हर्षल पटेल को एक चौका और एक छक्का जड़ा।
जब श्रीलंका को चार ओवर में 40 रन की जरूरत थी तब कप्तान पांड्या ने उमरान मलिक को गेंद सौंपी। उमरान ने इस ओवर में शनाका का बहुमूल्य विकेट लेकर सिर्फ आठ रन दिये। शनाका का विकेट गिरने के बाद लग रहा था कि मैच श्रीलंका के हाथ से निकल गया, लेकिन करुणारत्ने ने 19वें ओवर की चौथी गेंद पर हर्षल को चौका लगाकर भारतीय प्रशंसकों के कान खड़े कर दिये।
अक्षर ने 13 रनों की रक्षा करते हुए आखिरी ओवर की शुरुआत वाइड के साथ की। इसके बाद उन्होंने अगली दो गेंदों पर सिर्फ एक रन दिया, लेकिन करुणारत्ने ने तीसरी गेंद पर छक्का जड़कर मैच को रोमांचक बना दिया। अक्षर ने ओवर की चौथी गेंद डॉट फेंकी, जबकि पांचवीं गेंद पर दो रन भागने के प्रयास में कसुन रजिता रनआउट हो गये। श्रीलंका को आखिरी गेंद पर चार रन चाहिये थे, लेकिन करुणारत्ने के शॉट को मिड-विकेट पर खड़े हुड्डा ने रोक लिया और वह सिर्फ एक रन ही सफलतापूर्वक भाग सके।
भारत के लिये मैन ऑफ द मैच मावी ने चार ओवर में 22 रन देकर चार विकेट लिये। उमरान ने चार ओवर में 27 रन देकर दो विकेट लिये जबकि हर्षल (चार ओवर, 41 रन) को भी दो सफलताएं हासिल हुईं।(वार्ता)