भारत और इंग्लैंड के बीच तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की श्रृंखला में भारत को 2-1 से जीत मिली। कोलकाता में हुए अंतिम वनडे मैच में भारतीय टीम केवल 5 रनों से हार गई वरना सीरीज में इंग्लैंड का सफाया हो जाता। अंपायर धर्मसेना के फैसलों की काफी चर्चा रही हैं और रिव्यू में उनके कई फैसलों को पलट दिया गया है।
इस मैच में भी अंपायर की अनदेखी के कारण इंग्लैंड को छह रनों का फायदा हुआ और मैच में इंग्लैंड जीत का अंतर भी पांच रन ही रहा।
मैच में कॉमेंट्री कर रहे भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने धर्मसेना के फैसलों को लेकर आलोचना की। सहवाग ने धर्मसेना के गलत फैसलों का उदाहरण देते हुए अंपायर रिव्यू सिस्टम को धर्मसेना रिव्यू सिस्टम कहा।
दरअसल इंग्लैंड की पारी के दौरान 29वें ओवर में जॉनी बेयरस्टोव और इंग्लैंड के कप्तान इयान मॉर्गन क्रीज़ पर थे। बेयरस्टोव फाइनलेग पर कैच आउट हुए और पैवेलियन की ओर जाने लगे। तभी अंपायर ने उन्हें नो बॉल की जांच करने तक रुकने को कहा। रिप्ले में साफ दिखा कि बुमराह का पैर लाइन से बाहर था। बेयरस्टोव को नॉट आउट कहा गया और अगली गेंद के लिए फ्री हिट कॉल था। इस फ्री हिट के लिए मॉर्गन ने स्ट्राइक ली, जबकि रिप्ले में साफ दिखा था कि कैच लपकने के दौरान दोनों बल्लेबाज एक दूसरे से क्रास नहीं हुए थे, इसलिए स्ट्राइक पर मॉर्गन के बजाय बेयरस्टोव को होना चाहिए था। अंपायर ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो मॉर्गन ने फ्री हिट का फायदा उठाकर छक्का मार दिया।
बहुत मुमकिन था कि अगर मॉर्गन इस गेंद पर स्ट्राइक नहीं लेते तो शायद बेयरस्टोव फ्री हिट पर इतना बड़ा शॉट नहीं लगा पाते। इस त रह इंग्लैंड को छह रनों का फायदा नहीं मिलता। बाद में ये रन ही इंग्लैंड के बहुत काम आए और उसने यह मैच पांच रनों के अंतर से जीता।