विशाखापट्टनम। कप्तान विराट कोहली (नाबाद 151) और चेतेश्वर पुजारा (119) के शानदार शतकों तथा उनके बीच तीसरे विकेट के लिए 226 रन की जबरदस्त साझेदारी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन गुरुवार को चार विकेट पर 317 रन का मजबूत स्कोर बना लिया।
पुजारा और विराट ने भारत को दो विकेट पर 22 रन की नाजुक स्थिति से उबारा और दिन की समाप्ति तक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 61.4 ओवर में 226 रन की बेशकीमती साझेदारी की। पुजारा ने अपना 10वां शतक और विराट ने अपना 14वां शतक बनाया। पुजारा ने अपनी पारी के दौरान 3000 टेस्ट रन भी पूरे कर लिए ।
कप्तान विराट ने अपने करियर में चौथी बार 150 से ज्यादा का स्कोर बना दिया है। विराट ने 241 गेंदों पर नाबाद 151 रन में 15 चौके लगाए हैं जबकि पुजारा ने 204 गेंदों की अपनी पारी में 12 चौके और दो छक्के लगाए हैं। पुजारा ने अपना शतक 184 गेंदों में और विराट ने 154 गेंदों में पूरा किया।
अपना 50वां टेस्ट खेल रहे विराट ने दूसरे मैच में सुबह टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत ने अपनी टीम में दो परिवर्तन करते हुए ओपनर गौतम गंभीर की जगह ओपनर लोकेश राहुल को और लेग स्पिनर अमित मिश्रा की जगह ऑफ स्पिनर जयंत यादव को अंतिम एकादश में शामिल किया। हरियाणा के जयंत को इस तरह अपना टेस्ट करियर शुरू करने का मौका मिला।
टॉस जीतकर पहले खेलते हुए भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इस मैच से पहले राजस्थान के खिलाफ रणजी मुकाबले में शतक बनाने वाले कर्नाटक के लोकेश राहुल की टीम में वापसी सुखद नहीं रही और वह खाता खोले बिना दूसरे ही ओवर में स्टुअर्ट ये का शिकार बन गए। राहुल ब्रॉड की अतिरिक्त उछाल वाली गेंद पर तीसरी स्लिप में बेन स्टोक्स को कैच थमा बैठे।
मुरली विजय ने हालांकि विश्वसनीय शुरुआत की और 21 गेंदों पर 20 रन में चार बेहतरीन चौके लगाए। इसके साथ ही उन्होंने अपने 3000 रन भी पूरे कर लिए। जब ऐसा लग रहा था कि विजय अपनी पारी को लंबा खींचेंगे कि तभी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की उठती हुई गेंद उनके दस्तानों को चूमती हुई स्लिप में स्टोक्स के हाथों में समा गई।
एंडरसन चोट से उबरने के बाद इस मैच के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल किए गए और सुबह उन्होंने अपनी उछाल वाली गेंदों से दिखाया कि वह पूरी तरह फिट हैं।
भारत की शुरुआत वाकई खौफनाक रही और उसके दो विकेट मात्र 22 रन तक गिर गए। ऐसे नाजुक हालात में पुजारा और विराट ने मोर्चा संभाला और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की धार को कुंद कर दिया। दोनों लंच तक टीम के स्कोर को 92 रन तक ले गए। लंच के समय पुजारा 37 और विराट 35 रन पर नाबाद थे। इस समय तक भारत सुबह के झटकों से संभल चुका था।
दोनों अनुभवी बल्लेबाजों ने दूसरे सत्र में 118 रन जोड़े। अब दोनों ही चायकाल तक शतक के करीब पहुंच गए। चायकाल के समय भारत का स्कोर 210 रन पहुंच गया था। पुजारा 97 और विराट 91 रन पर नाबाद थे। पुजारा ने चायकाल के बाद अपना 10वां शतक पूरा कर लिया। पुजारा ने अपने 50 रन 113 गेंदों में और 100 रन 184 गेंदों में पूरे किए।
भारतीय कप्तान ने अपने 50 रन 87 गेंदों में, 100 रन 154 गेंदों में और 150 रन 238 गेंदों में पूरे किए। पुजारा के शतक पूरा करने के बाद विराट ने भी अपना शतक पूरा कर लिया। तीसरे विकेट के लिए तरस रहे इंग्लैंड को आखिर एंडरसन ने ही कामयाबी दिलाई। पुजारा 136.4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की गेंद पर छेड़खानी करते हुए विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो को कैच थमा बैठे। इस तरह पुजारा की बेहतरीन पारी का अंत हो गया और भारत का तीसरा विकेट 248 के स्कोर पर गिर गया।
विराट ने अजिंक्य रहाणे (23) के साथ चौथे विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी की। पहले दिन का खेल समाप्ति की ओर अग्रसर था लेकिन 89वें ओवर में एंडरसन ने रहाणे को बेयरस्टो के हाथों कैच कराकर भारत को चौथा झटका दे दिया। दूसरी नई गेंद ने आखिर अपना काम कर दिया और इंग्लैंड को चौथी सफलता मिल गई।
रहाणे ने 61 गेंदों पर 23 रन में दो चौके लगाए। मैदान में उतरे रविचंद्रन अश्विन ने आठ गेंदे खेलीं और वह एक रन बनाकर विराट के साथ क्रीज पर डटे रहे। इंग्लैंड के लिए एंडरसन सबसे सफल रहे, जिन्होंने 16 ओवर में 44 रन देकर तीन विकेट लिए। इंग्लैंड के तीनों स्पिनर जफर अंसारी, आदिल राशिद और मोइन अली कुल 49 ओवर फेंकन के बावजूद कोई कामयाबी हासिल नहीं कर सके। (वार्ता)