मुंबई। टॉम लैथम के शतक और रोस टेलर के साथ उनकी रिकॉर्ड 200 रनों साझेदारी से न्यूजीलैंड ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां विराट कोहली के शतक पर पानी फेरते हुए भारत को 6 विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली।
भारत के 281 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने लैथम (नाबाद 103) और टेलर (95) के बीच चौथे विकेट की 200 रन की साझेदारी की बदौलत 49 ओवर में चार विकेट पर 284 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। लैथम ने 102 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके और दो छक्के मारे जबकि टेलर ने 100 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके जड़े।
लैथम और टेलर की यह साझेदारी भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए मैचों में चौथे विकेट की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। इन दोनों ने टेलर और स्काट स्टायरिस का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने अगस्त 2010 में दांबुला में 190 रन जोड़े थे। इसके अलावा यहां वानखेड़े स्टेडियम पर भी किसी भी विकेट की यह सबसे बड़ी साझेदारी है।
इससे पहले भारत ने अपना 200वां वनडे खेल रहे कप्तान कोहली (121) के रिकॉर्ड 31वें शतक की बदौलत धीमी शुरुआत से उबरते हुए आठ विकेट पर 280 रन बनाए थे। कोहली ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 125 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके और दो छक्के जड़ने के अलावा दिनेश कार्तिक (37) के साथ चौथे विकेट के लिए 73 और महेंद्र सिंह धोनी (25) के साथ पांचवें विकेट के लिए 57 रन की दो महत्वपूर्ण साझेदारियां भी की।
यह पहली बार है, जब भारत को स्वदेश में कोहली के शतक के बावजूद हार का सामना करना पड़ा है। कोहली के 31 शतकों में से 26 बार भारत ने जीत दर्ज की जबकि पांच बार उसे हार का सामना करना पड़ा।
कोहली इस शतक के साथ एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक के मामले में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (30) को पछाड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गए। कोहली से अधिक वनडे शतक अब सिर्फ भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (49) के नाम दर्ज हैं।
इसके साथ ही कोहली अपने 200वें वनडे मैच में शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बने। उनसे पहले यह उपलब्धि सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डीविलियर्स के नाम दर्ज थी।
न्यूजीलैंड की ओर से तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 35 रन देकर चार जबकि टिम साउथी ने 73 रन देकर तीन विकेट चटकाए। बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 41 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे न्यूजीलैंड को कोलिन मुनरो (28) और मार्टिन गुप्टिल (32) की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 48 रन जोड़कर सतर्क शुरुआत दिलाई। गुप्टिल ने भुवनेश्वर कुमार (56 रन पर एक विकेट) के पहले ओवर में लगातार दो चौके जड़े जबकि मुनरो ने इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में छक्का मारा।
बीच में कुछ देर एक लाइट टावर की बत्ती गुल होने के कारण मैच रोकना पड़ा लेकिन यह जल्द ही शुरू हो गया। मुनरो 13 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे, जब जसप्रीत बुमराह (56 रन पर एक विकेट) की गेंद पर केदार जाधव ने उनका कैच टपका दिया। वह हालांकि इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और बुमराह की ही गेंद पर कार्तिक को बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच दे बैठे।
बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंद पर अंपयार ने गुप्टिल को पगबाधा आउट दिया लेकिन रैफरल लेने पर तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला पलट दिया। कुलदीप (64 रन पर एक विकेट) ने अपने अगले ओवर में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (06) को एक्ट्रा कवर में जाधव के हाथों कैच कराया।
गुप्टिल भी इसके बाद हार्दिक पंड्या (46 रन पर एक विकेट) की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में हवा में लहरा गए और कार्तिक ने डीप स्क्वेयर लेग से आगे की ओर दौड़ते हुए कैच लपका। इस समय न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट पर 80 रन था।
टेलर और लैथम ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को काफी परेशान किया। टेलर ने कुलदीप पर चौके के साथ 22वें ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया। टेलर ने युजवेंद्र चहल पर दो रन के साथ 58 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि लैथम ने भी इतनी ही गेंदों पर यह उपलब्धि हासिल की।
लैथम ने बुमराह पर चौके के साथ 39वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। न्यूजीलैंड को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 69 रन की दरकार थी, जिसे हासिल करने में टीम का कोई परेशानी नहीं हुई।
लैथम ने इस दौरान भुवनेश्वर की गेंद पर एक रन के साथ 95 गेंद में अपना चौथे और एशिया में पहला शतक पूरा किया। न्यूजीलैंड को हालांकि जब जीत के लिए एक रन चाहिए था, तब टेलर ने भुवनेश्वर की गेंद पर चहल को कैच थमा दिया।हेनरी निकोल्स (नाबाद 4) ने अगली गेंद पर भुवनेश्वर पर चौके के साथ टीम को जीत दिलाई।
इससे पहले कोहली ने टास जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन बोल्ट की तूफानी गेंदबाजी के सामने भारत ने 29 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा (18) और शिखर धवन (9) के विकेट गंवा दिए।
बोल्ट की आफ साइड से बाहर की ओर से मूव होती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में धवन ने विकेटकीपर लैथम को आसान कैच थमाया। रोहित ने तेज गेंदबाज टिम साउथी पर पुल करके लगातार दो छक्के जड़े लेकिन दोनों ही मौकों पर वह भाग्यशाली रहे कि गेंद फाइन लेग पर खड़े एडम मिल्ने के ऊपर से छह रन के लिए निकल गई।
रोहित को हालांकि अति आक्रामकता का खामियाजा भुगतना पड़ा जब वह बोल्ट की सीधी गेंद पर खराब शाट खेलकर बोल्ड हो गए। कोहली और केदार जाधव (12) ने इसके बाद पारी को संवारने की कोशिश की। टीम हालांकि पहले 10 ओवर में दो विकेट पर 37 रन ही बना सकी। कोहली ने मिल्ने पर चौका जड़ने के बाद कोलिन डि ग्रैंडहोम का स्वागत लगातार दो चौकों के साथ किया।
जाधव ने सेंटनर पर अपना पहला चौका जड़ा लेकिन अगली ही गेंद पर गेंदबाज को वापस कैच दे बैठे। कोहली और जुलाई के बाद पहला वनडे खेल रहे कार्तिक ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। कार्तिक ने सेंटनर और ग्रैंडहोम पर चौके जड़े। कोहली 29 रन के निजी स्कोर पर ग्रैंडहोम की गेंद पर भाग्यशाली रहे जब कवर में सेंटनर ने उनका बेहद आसान कैच टपका दिया।
कार्तिक ने मुनरो पर प्वाइंट पर चौके के साथ भारत का स्कोर 22वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया। कोहली ने मिल्ने पर लांग लेग पर छक्का और फिर सीधा चौका जड़कर 61 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
कार्तिक जब अच्छी लय में दिख रहे थे, तब साउथी की शार्ट गेंद को हवा में खेल गए और मुनरो ने लांग लेग पर कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। उन्होंने 47 गेंद की अपनी पारी में चार चौके मारे।
कोहली ने इसके बाद धोनी के साथ मिलकर स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। धोनी ने बोल्ट और मुनरो पर चौके मारे। उन्होंने बोल्ट की गेंद पर एक रन के साथ 41वें ओवर में भारत के 200 रन पूरे किए लेकिन इसी ओवर में प्वाइंट पर गुप्टिल को आसान कैच दे बैठे।
कोहली साउथी पर दो चौकों के साथ 96 रन के स्कोर तक पहुंचे और फिर साउथी की गेंद पर एक रन के साथ 111 गेंद में अपना 31वां वनडे शतक पूरा किया। पंड्या (16) बोल्ट की गेंद को हवा में लहरा बैठे और विलियमसन ने उनका शानदार कैच लपका।
कोहली और भुवनेश्वर कुमार (15 गेंद में 26 रन, दो चौके, दो छक्के) ने साउथी के पारी के अंतिम ओवर में पैवेलियन लौटने से पहले कुछ शानदार शाट खेले जिससे टीम अंतिम आठ ओवर में 77 रन जोड़ने में सफल रही। (भाषा)