Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

श्रृंखला जीतने के लिए भिड़ेंगे धोनी और केन के धुरंधर

हमें फॉलो करें श्रृंखला जीतने के लिए भिड़ेंगे धोनी और केन के धुरंधर
विशाखापट्टनम , शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016 (13:57 IST)
विशाखापट्टनम। प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के बीच भारतीय टीम निर्णायक 5वें और अंतिम एकदिवसीय क्रिकेट मैच में शनिवार को जब यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व कौशल के अलावा फिनिशर की उनकी भूमिका की भी कड़ी परीक्षा होगी।
 
श्रृंखला 2-2 से बराबर चल रही है और ऐसे में धोनी और उनकी टीम की नजरें अंतिम मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करने पर हैं, वहीं दूसरी तरफ न्यूजीलैंड के पास इतिहास रचने का मौका है। अगर टीम शनिवार को जीत दर्ज करती है तो भारत में पहली बार द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला जीतेगी। मैच पर हालांकि तूफान का खतरा मंडरा रहा है जिससे मुकाबला पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ सकता है।
 
धोनी की कप्तानी पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला हारने से निश्चित तौर पर कप्तान और खिलाड़ी के रूप में उनकी क्षमता पर सवाल उठेंगे। धोनी की कप्तानी में भारत ने पिछले कुछ समय में 3 एकदिवसीय श्रृंखलाएं गंवाई हैं। टीम इंडिया को बांग्लादेश में बांग्लादेश के खिलाफ 1-2, ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-4 जबकि भारत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। पिछले 18 महीनों में एकमात्र श्रृंखला जिम्बाब्वे की कमजोर टीम के खिलाफ जिम्बाब्वे में जीती।
 
पिछले 4 माह से 2 महाद्वीपों की टीमों के दौरे पर निकले न्यूजीलैंड को टेस्ट में एकमात्र सफलता जिम्बाब्वे में मिली, जहां उसने 2-0 से जीत दर्ज की। दक्षिण अफ्रीका में श्रृंखला 1-1 से बराबर रही जबकि भारत के खिलाफ टीम को 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
 
न्यूजीलैंड को धर्मशाला में पहले एकदवसीय मैच में एकतरफा मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा लेकिन दिल्ली में कप्तान केन विलियम्सन और रांची में मार्टिन गुप्टिल की पारियों की मदद से टीम 5 मैचों की श्रृंखला 4 मैच के बाद 2-2 से बराबर करने में सफल रही है। वर्ष 1988 से भारत में हुई चारों द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में न्यूजीलैंड को हार का सामना करना पड़ा है।
 
मौसम ने अगर साथ दिया तो टीम इंडिया डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी स्टेडियम में सफलता हासिल करने की भूखी होगी, जहां उसने 4 मैच जीते हैं और 1 गंवाया है। भारत ने अपनी पिछली एकदिवसीय श्रृंखला श्रीलंका के खिलाफ नवंबर 2014 में 5-0 के क्लीनस्वीप के साथ जीती थी और धोनी अपने करियर के अंतिम पड़ाव में श्रृंखला गंवाना नहीं चाहेंगे। अगले साल जून में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत को इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 3 और एकदिवसीय मैच खेलने हैं।
 
मौजूदा श्रृंखला में टीम इंडिया की टेस्ट कप्तान विराट कोहली पर अधिक निर्भरता भी उजागर हुई है और टीम ने अपनी 2 जीत उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत की दर्ज की हैं। रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे की सलामी जोड़ी ने अब तक निराश किया है। दूसरी तरफ कोहली ने धर्मशाला में नाबाद 85 और फिर मोहाली में नाबाद 154 रन की पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई।
 
रांची में चौथे एकदिवसीय में 261 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रहाणे ने अर्द्धशतक जड़ा जबकि कोहली भी धीमे विकेट पर लय में दिखे लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद अनुभवहीन मध्यक्रम ढह गया।
 
सफलता मिले या नहीं, सलामी बल्लेबाज रोहित टीम के स्थायी सदस्य हैं और धोनी युवा मनदीप सिंह को मौका देने के मूड में नहीं दिख रहे। रोहित ने पिछली बड़ी पारी ऑस्ट्रेलिया में खेली थी और पिछले 9 महीनों में वे किसी भी प्रारूप में शतक नहीं बना पाए हैं। मौजूदा श्रृंखला में वे सिर्फ 14, 15, 13 और 11 रनों की पारियां खेल पाए हैं।
 
धोनी ने इसी मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ 123 गेंदों में 148 रन बनाकर पहली बार सुर्खियां बटोरी थीं और टीम 9 विकेट पर 356 रन बनाने में सफल रही थी। धोनी ने हालांकि रांची में पिछले मैच में 31 गेंदों में सिर्फ 11 रन बनाकर निराश किया और जेम्स नीशाम की सीधी गेंद को चूककर बोल्ड हुए।
 
गेंदबाजी में हालांकि भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया है विशेषकर अमित मिश्रा, अक्षर पटेल और कामचलाऊ स्पिनर केदार जाधव की तिकड़ी ने जिसके कारण भारत को नियमित स्पिनरों आर. अश्विन और रवीन्द्र जडेजा की कमी नहीं खली है। तेज गेंदबाजी में भारत उम्मीद करेगा कि जसप्रीत बुमराह फिटनेस हासिल कर लें, क्योंकि रांची में उनके विकल्प के तौर पर खेलने वाले धवल कुलकर्णी ने निराश किया था।
 
न्यूजीलैंड को गुप्टिल के फॉर्म में लौटने का फायदा मिला है और वे निरंतर प्रदर्शन कर रहे टाम लैथम के साथ मिलकर टीम को अच्छी शुरुआत दे रहे हैं। लैथम ने दौरे पर टेस्ट और वनडे में मिलाकर 7 मैचों में 5 अर्द्धशतक जड़े हैं। तीसरे नंबर पर कप्तान विलियम्सन ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया है लेकिन मध्यक्रम अधिकांश मौके पर अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहा है। रांची में तीसरे स्पिनर के रूप में टीम में शामिल किए गए एंटन डेवसिच ने निराश किया और उनकी जगह टीम में कोरी एंडरसन या मैट हेनरी की वापसी हो सकती है।
 
तूफान क्यांत के कमजोर पड़ने के बावजूद बारिश की संभावना बनी हुई है और भारत मैच को बारिश की भेंट चढ़ते नहीं देखना चाहेगा। अब देखना यह होगा कि धोनी भारत को दीपावली का तोहफा देते हैं या न्यूजीलैंड की टीम इतिहास रचकर स्वदेश लौटती है।
 
टीमें इस प्रकार हैं-
 
भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, मनीष पांडे, केदार जाधव, अक्षर पटेल, हार्दिक पंड्या, अमित मिश्रा, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, धवल कुलकर्णी, मनदीप सिंह।
 
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, टाम लैथम, रोस टेलर, कोरी एंडरसन, ल्यूक रोंची, जिमी नीशाम, मिशेल सेंटनर, टिम साउथी, मैट हेनरी, ट्रेंट बोल्ट, ईश सोढ़ी, एंटन डेवसिच, बीजे वाटलिंग, डग ब्रैसवेल।
 
समय : मैच भारतीय समयानुसार 1 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। (भाषा)
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

डेल पोत्रो और वावरिंका क्वार्टर फाइनल में