वेस्टइंडीज के लचर प्रदर्शन के बाद श्रीलंका भारत आयी तो ऐसा लगा था कि लंका भारत को टक्कर देगी क्योंकि स्पिन श्रीलंका बेहतर खेलती है और भारत की पिच लंका से थोड़ी बहुत मिलती है लेकिन श्रीलंका ने पहले टी-20 में भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और 62 रनों से मैच गंवा दिया।
दिलचस्प बात यह थी कि भारत अपने कई अहम खिलाड़ियों के बिना खेल रहा था। विराट कोहली और ऋषभ पंत को सीरीज से आराम दिया गया था। अच्छे फॉर्म में चल रहे सूर्यकुमार यादव और दीपक चाहर चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ भी पहले टी-20 के ठीक पहले कलाई की चोट के कारण बाहर हो गए फिर भी भारत ने यह मैच आसानी से जीत लिया।
दिलचस्प बात यह है कि भारत टी-20 विश्वकप 2021 में 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 विकेट से हारकर इस टूर्नामेंट से बाहर हो गया था। इस मैच के बाद वह कोी मैच नहीं हारा है। टूर्नामेंट के बचे 3 मैच भारत ने कोहली की कप्तानी में जीते।
इसके बाद रोहित की अगुवाई में न्यूजीलैंड को 3-0 से पछाड़ कर और फिर वेस्टइंडीज को 3-0 से हराकर भारत टी-20 की नंबर 1 टीम बन गया था। अब श्रीलंका सीरीज की भी शुरुआत भी जीत के साथ हुई है। भारत की यह न केवल लगातार टी-20 अंतरराष्ट्रीय जीत है बल्कि रोहित की कप्तानी (स्थायी और अस्थायी) में भी लगातार 10वीं जीत है।
यह उपलब्धि इस कारण भी खास है क्योंकि इस साल ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर नवंबर में टी-20 विश्वकप खेला जाना है। यह इस टी-20 विश्वकप के लिए भारत के लिए एक आत्मविश्वास की तरह है। हाल ही में भारत लगातार 10 टी-20 मैच जीतने के बाद टी-20 की नंबर 1 टीम भी बना है।
श्रीलंका से हुए पहले मैच में इन खिलाड़ियों के कारण मिली भारत को मिली टी-20 में लगातार 10वीं जीत-
ईशान किशन- बायें हाथ के बल्लेबाज ईशान इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली सफेद गेंद की श्रृंखला में अपनी शुरूआत का फायदा नहीं उठा सके थे लेकिन उन्होंने 10 चौकों और तीन छक्कों जड़ित अपनी पारी से आईपीएल नीलामी में लगी अपनी ऊंची कीमत को सही साबित कर दिया।
दोनों सलामी बल्लेबाजों में ईशान का खेल आक्रामकता भरा था जिन्होंने तीसरे ओवर में ही तेजी से रन जोड़ना शुरू कर दिया जिसमें चामिका करूणारत्ने को अपनी खराब लाइन एवं लेंथ का खामियाजा तीन चौके से करना पड़ा जिससे भारत ने इस ओवर से 15 रन बनाये।
लाहिरू कुमारा ने काफी रफ्तार से गेंदबाजी की लेकिन ईशान ने दो बार बेहतरीन शॉट जमाये, पहले उन्होंने फ्रंट फुट पर पुल शॉट लगाया जो सीमारेखा के पार गया और दूसरे में फ्लिक से मिडविकेट बाउंड्री से चार रन जोड़े।
फिर उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर चौका लगाया। फिर चामिरा की शार्ट गेंद को स्टैंड में पहुंचाकर भारत को पावरप्ले में 58 रन दिलाये।
श्रीलंका को भी ईशान का कैच छोड़ने का खामियाजा भुगतना पड़ा, जब सातवें ओवर में स्पिनर जेफरे वांडरसे अपनी ही गेंद पर ऐसा कर बैठे।
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने सिर्फ 30 गेंदो पर अपना दूसरा टी20 अर्धशतक पूरा कर लिया। ईशान ने लांग-आन पर एक छक्का जमाया और फिर लाहिरू कुमारा की गेंद को थर्ड मैन और डीप मिडविकेट पर बाउंड्री के लिये भेजा जिससे भारत के खाते में 17 रन जुड़े। अपनी धुंआधार पारी के लिए ईशान किशन को मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार दिया गया।
श्रेयस अय्यर- ईशान किशन की तरह श्रेयस अय्यर भी फॉर्म में नजर नहीं आ रहे थे, खासकर टी-20 में लेकिन उन्होंने बहुत कम समय में 50 रन ठोक डाले। ईशान किशन के आउट होने के बाद क्रीज पर आए श्रेयस अय्यर ने पहले 17 रन सिर्फ 14 गेंदो पर बनाए थे लेकिन 28 गेंदो तक उन्होंने 58 रन बना लिये। सिर्फ 25 गेंदो पर उन्होंने अपना चौथा टी-20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक पूरा कर लिया।
श्रीलंका ने डेथ ओवरों में काफी खराब गेंदबाजी की जिसमें श्रेयस अय्यर ने अंतिम तीन ओवरों में 44 रन जोड़ने में मदद की।अपनी पारी में श्रेयस ने 5 चौके और 2 छक्के लगाए।
भुवनेश्वर कुमार: 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की शुरूआत काफी खराब रही, उसने पहली ही गेंद पर अपने सलामी बल्लेबाज पाथुम निसांका का विकेट गंवा दिया जिन्हें भुवनेश्वर ने बोल्ड किया।भुवनेश्वर ने तीसरे ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज कामिल मिशारा को भी पवेलियन भेज दिया।
भुवनेश्वर कुमार ने शुरुआत से ही श्रीलंका को बैकफुट पर धकेल दिया था। हालांकि इसके बाद भुवनेश्वर को कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उनको ओवर भी नहीं मिले। 2 ओवर में भुवनेश्वर ने 9 रन देकर 2 विकेट लिए।