लंदन। आक्रामक कप्तान विराट कोहली की सेना पाकिस्तान को फतह करने के बाद अब श्रीलंका पर चढ़ाई करने और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल का टिकट कटाने उतरेगी। भारत और श्रीलंका का ग्रुप बी मुकाबला गुरुवार को ओवल मैदान पर खेला जाएगा।
गत चैंपियन भारत ने अपने ग्रुप के पहले मैच में पाकिस्तान की चुनौती को 124 रन से ध्वस्त किया था। भारत का दूसरा सामना श्रीलंका के साथ है जिसे अपने पहले मैच में ओवल में ही दक्षिण अफ्रीका के हाथों 96 रनों की करारी हार मिली थी।
दोनों टीमों के बीच यह 150वां एकदिवसीय मैच होगा। एकदिवसीय इतिहास में यह पहला अवसर होगा, जब 2 टीमें आपस में 150 मैच पूरे करेंगी। इस लिहाज से इस मुकाबले का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। टीम इंडिया ने पाकिस्तान के खिलाफ बल्ले और गेंद से जबरदस्त प्रदर्शन किया था।
भारत ने वर्षाबाधित मैच में 3 विकेट पर 319 रनों का विशाल स्कोर बनाने के बाद पाकिस्तान को 33.4 ओवरों में 164 रन पर निपटा दिया था। भारत ने डकवर्थ लुईस नियम के तहत यह मैच 124 रन से जीता था।
भारत को इस ग्रुप में 1 और जीत सीधे सेमीफाइनल में पहुंचा देगी। कप्तान विराट की यही कोशिश रहेगी कि सेमीफाइनल का निपटारा दूसरे मैच में ही कर दिया जाए ताकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 जून को आखिरी ग्रुप मैच में अगर-मगर की कोई गुंजाइश न बचे।
टीम इंडिया के लिए अपने दोनों ओपनरों रोहित शर्मा और शिखर धवन का फॉर्म में लौटना बड़े राहत की बात है। रोहित ने पाकिस्तान के खिलाफ 91 और शिखर ने 68 रन बनाए थे। दोनों ने पहले विकेट के लिए 136 रनों की बड़ी साझेदारी की थी जिसने भारत को मजबूत स्कोर का आधार दिया था। इस आधार का फायदा उठाते हुए विराट ने नाबाद 81 और युवराज सिंह ने 53 रन ठोंके थे।
श्रीलंका की टीम दक्षिण अफ्रीका के 299 रनों के जवाब में 203 रन पर सिमट गई थी। श्रीलंका के कार्यवाहक कप्तान उपुल तरंगा ने हालांकि सर्वाधिक 57 रन बनाए थे लेकिन वे धीमे ओवर रेट के कारण 2 मैचों के लिए निलंबित हो गए हैं और भारत के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे जिसका निश्चित रूप से श्रीलंका की बल्लेबाजी पर असर पड़ेगा।
श्रीलंका के लिए राहत की बात यही है कि उसके नियमित कप्तान और स्टार ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज अब फिट हैं और उनके भारत के खिलाफ मैच में लौटने की संभावना है। मैथ्यूज पहले मैच में नहीं खेल पाए थे। श्रीलंका को भारत के तेज गेंदबाजों का सामना करने के लिए अपने शीर्ष क्रम में स्थिरता लानी होगी।
भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और हार्दिक पांड्या की तेज तिकड़ी ने पाकिस्तान को बुरी तरह झकझोरा था, हालांकि भारतीय यार्कर मैन जसप्रीत बुमराह कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए थे लेकिन उनकी भूमिका डैथ ओवरों में खासी महत्वपूर्ण रहेगी।
बुमराह के आदर्श लसिथ मलिंगा श्रीलंकाई टीम में हैं और वे आईपीएल-10 का खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस में भी शामिल थे। मलिंगा श्रीलंका के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं लेकिन उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोई विकेट नहीं मिला था। भारतीय बल्लेबाजी को रोकने के लिए मलिंगा, सुरंगा लकमल और नुवान प्रदीप को कुछ खास करना होगा। मैथ्यूज के आने से श्रीलंकाई गेंदबाजी को कुछ ताकत मिल सकती है।
ओवल में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने जिस तरह 4 विकेट हासिल किए थे उसे देखते हुए भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। जडेजा ने पाकिस्तान के खिलाफ 2 विकेट लेने के अलावा बेहतरीन रनआउट भी किया था।
भारत के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन को देखते हुए यह कह पाना मुश्किल है कि पहले मैच में बाहर रहे स्टार ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन की इस मैच में वापसी हो पाएगी। भारत और श्रीलंका के बीच अब तक 149 मैच खेले गए हैं जिसमें भारत ने 83 जीते हैं, 54 हारे हैं, 1 टाई रहा है और 11 में कोई परिणाम नहीं निकला है। यह दोनों टीमों के बीच 150वां मैच होगा। (वार्ता)