बेंगलुरु। टीम इंडिया ने तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से पस्त कर डाला। मुंबई में पहला वनडे मैच 10 विकेट से बुरी तरह हारने के बाद टीम इंडिया ने राजकोट के बाद बेंगलुरु में लगातार 2 वनडे मैच जीते। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 286 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 47.3 ओवर में 3 विकेट खोकर 289 रन बना डाले। इस मैच में टीम इंडिया की जीत की 5 खास बातें...
1. टॉस की निर्णायक भूमिका : एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। मैच में टॉस ने अहम भूमिका निभाई क्योंकि टॉस हारने के बाद भी विराट कोहली मुस्कुरा रहे थे। कारण यही था कि उन्हें मन माफिक मुराद मिल गई। वे टॉस जीतते भी तो गेंदबाजी करना ही पसंद करते।
2. फिंच का रन आउट, टर्निंग पाइंट : ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर (3) के जल्दी आउट होने के बाद कप्तान फिंच पर बल्लेबाजी का दारोमदार आ गया था लेकिन 19 रन के निजी स्कोर पर मोहम्मद शमी ने रन आउट किया, वह मैच का टर्निंग पाइंट था वरना वे स्कोर को 300 के पार पहुंचा देते।
3. भारतीय गेंदबाजों ने नकेल कसी : तेज गेंदबाज बुमराह, शमी और नवदीप सैनी ने जबरदस्त यॉर्कर से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया। शमी ने एक ही ओवर में 2 विकेट लिए 48वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने स्टीव स्मिथ (131 रन) और चौथी गेंद पर पैट कमिंस (1) को पैवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया पर नकेल कस दी। शमी ने 63 रन देकर 4 विकेट लिए जबकि बुमराह ने 10 ओवर में सिर्फ 38 रन ही दिए।
4. बल्लेबाजी में चमके टीम इंडिया के स्टार : लोकेश राहुल (19) के जल्दी आउट होने के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने बल्लेबाजी के मोर्चे की कमान अपने हाथों में ली। दोनों ने 137 रनों की साझेदारी दूसरे विकेट के लिए निभाई। पिछले 2 मैचों में अर्धशतक तक नहीं पहुंचने वाले 'मैन ऑफ द मैच' रोहित ने 128 गेंदों में 119 रनों की पारी खेली जबकि 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे विराट ने 91 गेंदों पर 89 रन बनाए। मध्य क्रम में श्रेयस अय्यर 35 गेंदों पर 44 रन बनाकर नाबाद रहे।
5. ऑस्ट्रेलिया की कमजोर गेंदबाजी : तीसरे वनडे में भारतीय बल्लेबाजों के हाथों सबसे ज्यादा धुनाई पैट कमिंस की हुई, जिन्होंने 7 ओवर में 64 रन लुटाए। मिचेल स्टार्क ने 9 ओवर में 66 रन खर्च किए। कप्तान फिंच ने खुद के समेत 7 गेंदबाजों को आजमाया लेकिन सबसे ज्यादा किफायती एगर रहे जिन्होंने 10 ओवर के कोटे में सिर्फ 38 रन ही दिए।