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भारत की निगाहें जिम्बाब्वे के खिलाफ वापसी करने पर

हमें फॉलो करें भारत की निगाहें जिम्बाब्वे के खिलाफ वापसी करने पर
हरारे , रविवार, 19 जून 2016 (15:00 IST)
हरारे। जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में 'क्लीन स्वीप' करने के बाद पहला ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला हारने वाली टीम इंडिया सोमवार को दूसरे ट्वंटी-20 मुकाबले में जीत दर्ज कर सीरीज में वापसी करने के इरादों से उतरेगी।
अनुभवी कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे को 3 वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 से हराया था लेकिन इसके बाद पहले ट्वंटी-20 मुकाबले में उसे 2 रन से नजदीकी हार का सामना करना पड़ा। 
 
हरारे में होने वाले दूसरे ट्वंटी-20 मुकाबले में पिछली हार को भुलाकर युवा टीम जीत के उद्देश्य से उतरेगी और उसका लक्ष्य सीरीज में बराबरी करने का होगा।
 
धोनी ने पहले ट्वंटी-20 मैच में 5 नए खिलाड़ियों को टीम में जगह दी थी लेकिन युवा जज्बे के बावजूद भारतीय टीम जीत दर्ज कर पाने में नाकाम रही। धोनी ने अंतिम एकादश में ऋषि धवन, मनदीप सिंह, जयदेव उनादकट, लोकेश राहुल और युजवेन्द्र चहल को शामिल किया था जिन्होंने उस मैच से भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्वंटी-20 क्रिकेट में पदार्पण किया। 
 
यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि धोनी टीम में कोई बदलाव करेंगे या नहीं? पिछले मैच में गेंदबाजों ने खास प्रभावित नहीं किया था और जिम्बाब्वे ने 170 रन बनाए थे। टीम इंडिया के जसप्रीत बुमराह ने जरूर गेंदबाजी में प्रभावित किया और 2 विकेट झटके लेकिन पदार्पण खिलाड़ी ऋषि धवन, युजवेन्द्र चहल और जयदेव उनादकट कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे।
 
वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले ओपनर लोकेश राहुल का ट्वंटी-20 क्रिकेट में पदार्पण बेहतर नहीं रहा और वे पारी की पहली गेंद पर शून्य पर ही बोल्ड हो गए थे। हालांकि उनकी कोशिश रहेगी कि वे अपने प्रदर्शन से प्रभावित करें। 
 
मनदीप सिंह ने जरूर कुछ कोशिश की और 31 रन बनाए थे और धोनी को उनसे दूसरे मैच में भी उम्मीदें रहेंगी। मनीष पांडे ने 48 रनों की पारी खेली थी और अपनी क्षमता का परिचय दिया था।
 
यदि भारतीय टीम के बल्लेबाज दूसरे मैच में कमाल करते हैं और बड़ा स्कोर खड़ा करने में कामयाब होते हैं तो जिम्बाब्वे पर दबाव बना पाने में उन्हें जरूर सफलता मिल सकती है, हालांकि इसके लिए शीर्षक्रम को भी कुछ ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होगी।
 
लोकेश राहुल, मनदीप सिंह और केदार जाधव से टीम को उम्मीद रहेगी तो वहीं अंबाटी रायुडू पर भी अपने अनुभव के अनुरूप खेलने की जिम्मेदारी होगी। बल्लेबाजी के अलावा टीम इंडिया के गेंदबाजों पर भी जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को कम स्कोर पर रोकने का दारोमदार रहेगा। 
 
जिस तरह का प्रदर्शन भारतीय गेंदबाजों ने वनडे सीरीज में किया था, सभी को उम्मीद रहेगी कि वे उसी तरह का प्रदर्शन ट्वंटी-20 सीरीज में भी दोहराएं। हालांकि पहले ट्वंटी-20 में गेंदबाज खासा प्रभावित नहीं कर सके थे लेकिन दूसरे मैच में उनके प्रदर्शन पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा।
 
जिम्बाब्वे के लिए यह सबसे अच्छी बात है कि उसके खिलाड़ियों ने वनडे सीरीज की हार को भुलाकर ट्वंटी-20 सीरीज में उम्दा अंदाज में वापसी की है। वनडे सीरीज में टीम हर क्षेत्र में फ्लॉप साबित हुई थी लेकिन पहले ट्वंटी-20 मैच में जीत के बाद टीम के कप्तान ग्रेम क्रीमर ने साफतौर पर जता दिया था कि वे इस सिलसिले को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।
 
पहले ट्वंटी-20 मुकाबले में एल्टन चिगुंबुरा के दमदार प्रदर्शन से जिम्बाब्वे ने पहले बड़ा स्कोर खड़ा किया और फिर उसके गेंदबाजों ने भारतीय टीम पर दबाव बनाया। चिगुंबुरा के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज मैल्कम वालर, ओपनर हेमिल्टन मस्काद्जा, चामू चिभाभा तथा सिकंदर रजा ने भी अपनी अपनी ओर से शानदार योगदान दिया था और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
 
तौरई मुजुरबानी और चामू चिभाभा ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया था और टीम इंडिया के बल्लेबाजों को परेशान किया था। उनके अलावा डोनाल्ड तिरिपानो और नेविल मद्जिवा पर भी गेंदबाजी का दारोमदार रहेगा।
 
मेजबान टीम को उम्मीद रहेगी कि उसके खिलाड़ी पहले मैच जैसा ही प्रदर्शन दोहराएं और जीत के क्रम को बरकरार रखने की कोशिश कर ट्वंटी-20 सीरीज के विजेता बनें। (वार्ता) 


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